चेतगंज की नक्कटैया देख आए थे BHU... पी रखी थी शराब; गिरफ्तारी के डर से MP में जाकर किया चुनाव प्रचार

By :  SaumyaV
Update: 2024-01-01 08:28 GMT

आईआईटी की छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म का मामले में नया खुलासा हुआ है। तीनों आरोपी चेतगंज की नक्कटैया देखकर बीएचयू आए थे। तीनों ने शराब पी रखी थी। आरोपियों ने पुलिस से कहा कि वह अकसर देर रात शहर में घूमने निकलते थे और बीएचयू जाते थे। आरोपियों ने बताया कि गिरफ्तारी के डर से वह मध्य प्रदेश चले गए। वहां विधानसभा चुनाव में प्रचार किया। 

आईआईटी बीएचयू की छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म से पहले एक नवंबर की रात आरोपी कुणाल पांडेय अपनी बाइक से दोस्तों अभिषेक चौहान उर्फ आनंद और सक्षम पटेल के साथ चेतगंज की नक्कटैया मेला देखने गया था। पुलिस की पूछताछ में तीनों ने बताया कि उन्होंने शराब पी रखी थी। नक्कटैया देखने के बाद तीनों बीएचयू कैंपस में सिंह द्वार से प्रवेश किए और आईआईटी की ओर गए। 

तीनों ने सुनसान जगह देखकर बीटेक की छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया। फिर, हैदराबाद गेट से निकलकर बाईपास की ओर चले गए। लगभग आधा घंटे तक तीनों बाईपास की ओर रहे। इसके बाद सक्षम और अभिषेक को कुणाल ने उनके घर पर छोड़ा। रात 2:30 बजे के बाद कुणाल अपने घर पहुंचा था।

पुलिस पूछताछ में तीनों आरोपियों ने बताया कि एक नवंबर की रात उन्होंने वारदात को अंजाम दिया। दो और तीन नवंबर की रात को उन्होंने देखा कि घटना के विरोध में आईआईटी बीएचयू के छात्रों ने आंदोलन शुरू कर दिया है। इस पर तीनों डर गए और शहर छोड़कर मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव प्रचार में लग गए।

शादीशुदा आरोपी कुणाल, पार्षद का है दामाद

मतदान से पहले तीनों वापस शहर आए और गुपचुप तरीके से रहने लगे। वे आश्वस्त थे कि अब गिरफ्तार नहीं होंगे। पुलिस के मुताबिक, आरोपी कुणाल पांडेय शादीशुदा और भाजपा पार्षद का दामाद भी है। कुणाल के मुहल्ले के लोगों के अनुसार वह बीटेक पास है।

तीनों ने कहा कि वह लोग रात में सड़क पर दिखाई देने वाली लड़कियों पर छींटाकशी करते हुए गुजरते थे। अक्सर बीएचयू परिसर जाते थे। तीनों ने पुलिस से कहा कि उन्होंने यह नहीं सोचा था कि आईआईटी बीएचयू की छात्रा का मामला इतना तूल पकड़ेगा। तीनों को लगा था कि छात्रा डरकर किसी से कुछ नहीं बताएगी और चुपचाप अपने हॉस्टल चली जाएगी।

चेतगंज इलाके के सीसी फुटेज से ही तीनों चिह्नित

पुलिस के उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक, लगभग 300 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे खंगालने के बाद तीनों आरोपी चार नवंबर को चिह्नित कर लिए गए थे। दरअसल, तीनों वारदात को अंजाम देने के बाद हैदराबाद गेट से बाईपास की ओर भागे थे। उधर, मार्ग प्रकाश की खास व्यवस्था न होने की वजह से पुलिस को कोई खास सफलता नहीं मिली। फिर, पुलिस ने एक नवंबर की रात एक बजे के बाद सिंह द्वार से बीएचयू में प्रवेश करने वाले दोपहिया वाहन सवार तीन युवकों की फुटेज खंगालनी शुरू की।

पुलिस को सिगरा स्थित सिटी कमांड एंड कंट्रोल सेंटर की मदद से एक बुलेट बाइक सवार तीन युवकों की धुंधली फुटेज मिली। इसी फुटेज के सहारे पुलिस लंका की ओर बढ़ते हुए चेतगंज तक पहुंची थी। चेतगंज इलाके में तीनों आरोपियों की साफ फुटेज मिली। पीड़िता को फुटेज दिखाई गई तो उसने तीनों को पहचान लिया।

सक्षम-अभिषेक के घर के बाहर लगा नेम प्लेट हटा

गिरफ्तार सक्षम पटेल और अभिषेक चौहान के घर के बाहर लगा भाजपा और उसके पदाधिकारी का नेमप्लेट रविवार की देर शाम हटा दिया गया। नेमप्लेट हटने के बाद इलाके में तरह-तरह की चर्चाएं रहीं। स्थानीय लोगों का कहना था कि दोनों के परिजनों ने पार्टी नेताओं के दबाव पर नेमप्लेट हटाए हैं। दोनों आरोपी अपने घर के बाहर अपना नाम और पदनाम लिखवा रखे थे।

अपनी नाकामी का कलंक अब धुल सकती है पुलिस

आईआईटी बीएचयू की छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म के प्रकरण में कमिश्नरेट की पुलिस की कार्यशैली गंभीर सवालों के घेरे में रही। पुलिस की कार्यशैली को लेकर चर्चाएं यह भी रहीं कि इस प्रकरण में वह शुरू से ही दबाव में थी। इसी वजह से आरोपियों की गिरफ्तारी में इतनी देरी भी हुई। उधर, तीनों आरोपी आराम से अपने रह रहे थे।

जानकारों का कहना है कि पुलिस अपनी नाकामी का कलंक अब धुल सकती है। इसके लिए पुलिस पारदर्शी तरीके से मुकदमे की विवेचना जल्द पूरी कर अदालत में चार्जशीट दाखिल करे। इसके बाद अनुरोध कर मुकदमे का ट्रायल फास्ट कोर्ट में करा कर आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाए।

पीड़िता के बयान के आधार पर बढ़ी थी सामूहिक दुष्कर्म की धारा

पीड़ित छात्रा की तहरीर के आधार पर दो नवंबर की सुबह लंका थाने में तीन अज्ञात आरोपियों के खिलाफ छेड़खानी, धमकाने और आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था। बाद में छात्रा ने विवेचक और मजिस्ट्रेट को बयान दिया कि उसका प्राइवेट पार्ट तीनों आरोपियों ने छुआ था। साथ ही, उसे जबरन निर्वस्त्र कर बनाए गए वीडियो को सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर अपलोड करने की धमकी दी थी। इस आधार पर दर्ज मुकदमे में सामूहिक दुष्कर्म और इलेक्ट्रॉनिक साधनों से यौन उत्पीड़न की धारा बढ़ाई गई थी।

भाजपा के बड़े नेताओं के साथ फोटो, विपक्ष ने हमला बोला

गिरफ्तारी के बाद आरोपी भाजपा नेताओं की तस्वीर तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। आरोपियों की तस्वीर भाजपा के कई बड़े नेताओं के साथ है। इस पर विपक्ष ने भी हमला बोला है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय और अखिलेश यादव ने एक्स पर भाजपा के खिलाफ लिखा और पूछा कि ये कैसी जीरो टॉलरेंस की नीति है। गिरफ्तार तीनों आरोपियों ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर बड़े-बड़े नेताओं के साथ फोटो अपलोड कर रखी है।

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