वोट बैंक की सियासत के साथ नए समीकरण भी तलाश रहे प्रत्याशी
गाजियाबाद। लोकसभा चुनाव के लिए मतदान की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आती जा रही है। चुनावी पारा भी बढ़ता जा रहा है। गाजियाबाद में प्रमुख लड़ाई तीन दलों में है। इन दलों के कोर वोटर गाजियाबाद के लोकसभा सदस्य का फैसला करेंगे। यहां पर 26 तारीख को मतदान होना है। लोकसभा चुनाव से पहले सभी दलों के प्रयाशियों की भागदौड़ बढ़ गई है और वे कोई कसर छोड़ना नहीं चाहते है। प्रत्याशी अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचकर उनसे वोट की अपील कर रहे हैं।
कुछ समय पहले तक वोट बैंक की सियासत हावी रहती थी। हर दल का अपने कोर वोटरों पर ही ध्यान होता था लेकिन पिछले कुछ समय से चुनावी समीकरण काफी बदले हैं। राजनीति के जानकारों का कहना है कि अब कोर वोटरों के साथ नए मतदाता जुटाना भी चुनावी तैयारी का हिस्सा है और जो यह समीकरण बैठा लेता है, उसी के सिर जीत का ताज सजता है। लोकसभा चुनाव 2024 के लिए गाजियाबाद में मतदान से पहले प्रमुख प्रत्याशी पूरा जोर लगा रहे हैं। वोट बैंक की सियासत के साथ नए समीकरण भी तलाशे जा रहे हैं ताकि जीत सुनिश्चित की जा सके।
प्रत्याशी हर वर्ग, जाति और धर्म के मतदाताओं तक पहुंचकर उन्हें टटोलने का प्रयास कर रहे हैं। हर पार्टी का अपना कोर वोटर है, जिसको लेकर वे आश्वस्त हैं। हालांकि कोर वोटरों से ही लगभग सभी प्रत्याशियों ने अपने प्रचार की शुरुआत की। उन्हें एहसास दिलाया कि वे हमेशा उनका साथ देते हैं तो हमारे लिए भी आप सबसे पहले हैं। भाजपा प्रत्याशी अतुल गर्ग की बात करें तो रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने उनके विधानसभा क्षेत्र गाजियाबाद से जनसभा कर प्रचार की शुरूआत की। फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनके लिए रोड शो किया। बता दें कि पसोंडा, शहीद नगर, हिंडन विहार जैसे मुस्लिम बाहुल्य इलाके में हर बार भाजपा पिछड़ती है। इनका वोट पाने के लिए अतुल गर्ग रोजाना इन इलाकों के मतदाताओं से संपर्क कर रहे हैं और कह रहे है कि वह स्थानीय हैं, उनके अपने हैं। इसलिए एक बार उन पर भरोसा जताएं।