भाइयों के साथ मिलकर पत्नी की बेरहमी से हत्या की, फिर शव को जला दिया...इस बीच सास को बंधक बनाए रखा

Update: 2023-07-15 05:51 GMT

मृतक की मां पम्मी देवी का आरोप है कि आरोपी ने शव के अवशेष और राख को जंगल में ले जाकर गोमती नदी में फेंक दिया। शव को जलाने के बाद आरोपियों ने पम्मी देवी को कमरे से बाहर निकाल दिया. पम्मी देवी ने गांव में जाकर लोगों को घटना की जानकारी दी।

शाहजहाँपुर के खुटार में नवविवाहिता की पीट-पीट कर हत्या करने और उसकी मां को बंधक बनाकर शव जलाने के मामले में तीन सगे भाइयों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। पुलिस ने जले हुए शव के अवशेष नदी किनारे से बरामद किये हैं.

गांव औरंगाबाद निवासी पम्मी देवी ने बताया कि उन्होंने अपनी बेटी सरिता देवी की शादी पांच माह पहले पड़ोसी गांव रघुनाथपुर में शमशेर सिंह के साथ की थी. 12 जुलाई की रात दामाद और उसके दो भाइयों ने मिलकर सरिता देवी की पीट-पीटकर हत्या कर दी। 13 जुलाई की सुबह दामाद शमशेर सिंह उनके पास आया और बताया कि सरिता कुछ बोल नहीं रही है. वह इशारे से मां को बुलाने की कोशिश कर रही है।

जब पम्मी देवी अपने दामाद के साथ अपनी बेटी के ससुराल पहुंची तो सरिता मृत पाई गई। उनके शरीर पर चोट के निशान थे। उन्होंने बेटी पर पीट-पीटकर हत्या करने का आरोप लगाया तो दामाद और उसके भाइयों ने उन्हें घेरकर चुप करा दिया। शाम को कमरे में बंद कर दिया. वह शोर मचाती रही और कमरा खुलवाने की गुहार लगाती रही। इसके बाद दामाद ने अपने भाइयों के साथ मिलकर बेटी के शव को घर के पास ही एक खेत में ले जाकर जला दिया.आरोपी ने शव के अवशेष और राख को जंगल में ले जाकर गोमती नदी में फेंक दिया। शव को जलाने के बाद आरोपियों ने पम्मी देवी को कमरे से बाहर निकाल दिया. पम्मी देवी ने गांव में जाकर लोगों को घटना की जानकारी दी। सूचना पर सीओ पंकज पंत, थाना प्रभारी ओमप्रकाश भारी बल के साथ रघुनाथपुर पहुंचे और शमशेर सिंह को गिरफ्तार कर लिया।


आरोपी की निशानदेही पर शव के अवशेष और राख बरामद कर ली गई है.

शुक्रवार सुबह पुलिस और फॉरेंसिक टीम ने आरोपियों की निशानदेही पर शव के अवशेष, राख और कुछ अन्य सामान बरामद किया. मौके पर फोरेंसिक टीम ने भी जांच की। पुलिस ने पम्मी देवी की तहरीर पर दामाद शमशेर सिंह और उसके भाई अंग्रेज सिंह, राजवीर सिंह उर्फ राजू के खिलाफ दहेज हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर ली है। पम्मी देवी के अनुसार शादी के बाद से ही कम दहेज का आरोप लगाकर बेटी को प्रताड़ित किया जाने लगा. दहेज के लिए बेटी की हत्या की गई है।

12 साल पहले आरोपी का पिता सरिता को बेटी बनाकर घर ले आया था

पम्मी देवी ने बताया कि उसके पति बलकरन की मौत हो चुकी थी, उस वक्त सरिता छोटी थी। पड़ोसी गांव रघुनाथपुर के कांता सिंह के चार बेटे हैं लेकिन बेटी नहीं है। कांता सिंह से उसकी अच्छी जान पहचान थी. कांता सिंह ने उससे सरिता के लिए कहा था। बोला कि उसकी कोई बेटी नहीं है, वह सरिता को बेटी की तरह रखेगा। जब सरिता छह साल की थीं, तब उन्होंने कांता सिंह को सरिता दे दी। अब सरिता 18 साल की हो चुकी थी. पांच महीने पहले कांता सिंह ने उन्हें बताया कि वह अपने छोटे बेटे शमशेर से सरिता की शादी कर रहा है। इसके बाद वह बेटी से मिली थी, इसलिए उसने भी शादी पर कोई आपत्ति नहीं जताई। इसके बाद निकाह हुआ। शादी में कोई दहेज नहीं मांगा गया, लेकिन बाद में दहेज में 5 लाख रुपये, बाइक और सोने की चेन की मांग होने लगी.

आरोपी बोला, उल्टी के बाद पत्नी की मौत हो गई

आरोपी शमशेर सिंह का कहना है कि बुधवार की रात उल्टी के बाद सरिता की हालत बिगड़ गई और कुछ देर बाद ही उसकी मौत हो गई. शमशेर ने भी सास को बंधक बनाने के आरोप को निराधार बताया है।

मां सरिता देवी की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर बरामद हड्डियों आदि को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। सरिता की मां की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर छानबीन की जा रही है।

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