लखनऊ में बड़ा हादसा: निर्माणाधीन होटल की ट्रॉली लिफ्ट गिरी, दो की मौत; पांचवी मंजिल पर काम चल रहा था

Update: 2023-07-17 08:18 GMT

पुलिस के अनुसार निर्माणाधीन होटल में मजदूरों की सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं थे. न ही सेफ्टी बेल्ट, हेलमेट व अन्य आवश्यक उपकरण थे. वहीं, हादसे का शिकार हुए मजदूरों और ठेकेदारों के लिए प्राथमिक उपचार की भी कोई व्यवस्था नहीं की गई थी. साथ ही किसी दुर्घटना की स्थिति में ट्रॉली लिफ्ट को सुरक्षित रूप से रोकने की भी व्यवस्था की गई थी.लखनऊ के वृन्दावन सेक्टर-6 स्थित ऑर्नेट बैंक्वेट हॉल के पिछले हिस्से में बन रहे होटल की ट्रॉली लिफ्ट टूट गई. इस हादसे में टाइल्स ठेकेदार योगेश मिश्रा (42) और मजदूर भरत लाल (40) की मौत हो गई। वहीं पप्पू (28) गंभीर रूप से घायल हो गया। तीनों ट्रॉली लिफ्ट में बैठ कर पांचवीं मंजिल पर जा रहे थे. अचानक चेन टूटने से यह हादसा हुआ। तीनों पांचवीं मंजिल से नीचे आए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा है। घायलों को उपचार के लिए ट्रॉमा-2 में भर्ती कराया गया है। देर शाम तक किसी भी पक्ष की ओर से तहरीर नहीं दी गई थी। वहीं, हादसे के बाद जिम्मेदार लोग ताला लगाकर मौके से फरार हो गये।

बिजनेसमैन गुरुमीत सिंह का वृन्दावन सेक्टर-6 में आर्नेट बैंक्वेट हॉल नाम से मैरिज हॉल है। इस मैरिज हॉल के पीछे खाली मैदान में पांच मंजिला होटल का निर्माण कार्य चल रहा है। पांचवें तल तक निर्माण सामग्री आसानी से पहुंचनी चाहिए। इसके लिए ग्राउंड फ्लोर से पांचवी मंजिल तक लोहे के एंगल पर अस्थायी ट्रॉली लिफ्ट बनाई गई है। होटल के निर्माण कार्य में टाइल्स का काम चल रहा था। जिसे गोंडा के खमरिया, छपिया निवासी टाइल्स ठेकेदार योगेश मिश्रा अपने मजदूरों के साथ कर रहे थे। रविवार दोपहर करीब 12.45 बजे योगेश निगोहा के कुशमौरान निवासी भरत लाल और छपरा बिहार का पप्पू ट्रॉली लिफ्ट में चढ़े। पांचवीं मंजिल पर पहुंचे थे, तभी अचानक ट्रॉली लिफ्ट की चेन टूट गई। तीनों लिफ्ट से नीचे आये. गंभीर रूप से घायल। सूचना पर पहुंची पुलिस ने सभी को आनन-फानन में इलाज के लिए ट्रॉमा-2 पहुंचाया। जहां चिकित्सकों ने योगेश मिश्रा और भरतलाल को मृत घोषित कर दिया। वहीं गंभीर रूप से घायल पप्पू का इलाज शुरू हो गया। प्रभारी निरीक्षक पीजीआइ राणा राजेश सिंह के मुताबिक हादसे की सूचना मृतकों के परिजनों को दे दी गई है। पोस्टमार्टम हाउस पर योगेश के चचेरे भाई अभिषेक तिवारी पहुंचे थे।

परिवार के बेहतर जीवन के लिए लखनऊ आये

मेरे भाई अभिषेक के मुताबिक, योगेश परिवार को निश्चिंत जीवन देने का सपना लेकर लखनऊ आए थे। वह चरण भट्टा के पास किराये पर रहकर टाइल्स की ठेकेदारी का काम करता था। उनके परिवार में पत्नी रिंकी, दो बेटियां जान्हवी, ढोलू और छह माह का बेटा है। योगेश पांच साल से ज्यादा समय तक लखनऊ में रहे। वह अपना काम लखनऊ और बिहार के मजदूरों से करवाता था। उनका ज्यादातर काम पीजीआई इलाके में ही हुआ। वहीं निगोहां के कुशमौरन निवासी भरत के परिजन भी पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे।

सुरक्षा के कोई प्रबंध नहीं थे

पुलिस के अनुसार निर्माणाधीन होटल में मजदूरों की सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं थे. न ही सेफ्टी बेल्ट, हेलमेट व अन्य आवश्यक उपकरण थे. वहीं, हादसे का शिकार हुए मजदूरों और ठेकेदारों के लिए प्राथमिक उपचार की भी कोई व्यवस्था नहीं की गई थी. साथ ही किसी दुर्घटना की स्थिति में ट्रॉली लिफ्ट को सुरक्षित रूप से रोकने की भी व्यवस्था की गई थी. पुलिस के मुताबिक इस संबंध में निर्माण कराने वाले मुख्य ठेकेदार होटल मालिक से पूछताछ की जाएगी।हादसा करीब एक बजे के आसपास हुआ. पुलिस टीम ने घायलों को उपचार के लिए ट्रॉमा-2 में भर्ती कराया। वहीं मृतकों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है. हादसा लिफ्ट की चेन टूटने की वजह से हुआ. इस मामले में हर पहलू की जांच की जा रही है। होटल मालिक से भी पूछताछ की जाएगी. फिलहाल किसी के स्वजन ने शिकायत नहीं दी है। तहरीर आने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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