गाजियाबाद में एक्यूआई 400 पार, प्रदूषण का सदर विधानसभा सीट उपचुनाव पर पड़ा असर, 11बजे तक सिर्फ 12.87% वोटिंग
गाजियाबाद। सर्दी बढ़ने के बावजूद गाजियाबाद में प्रदूषण का स्तर कम नहीं हो रहा है। बुधवार को जिले का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 406 दर्ज किया गया। प्रदूषण का असर गाजियाबाद के सदर विधानसभा सीट के लिए हो रहे उपचुनाव पर भी देखा जा रहा हैं। खासकर बुर्जुग मतदाता अपनी सेहत के चलते मतदान केंद्र नहीं जा रहे हैं। मतदान केंद्रों पर बुर्जुगों की संख्या कम देखी जा रही हैं।
वातावरण में प्रदूषण की धुंध छा गई, जिससे सांस के मरीजों को अत्यधिक परेशानी हुई और वे अपने घरों में कैद हो गए। जिले का एक्यूआई रेड जोन में पहुंच गया। सड़कों पर धूल उड़ने से रोकने के लिए छिड़काव नहीं किया जा रहा है। हालांकि सभी विभाग आपस में समन्वय बनाकर योजनाएं बनाने का दावा करते हैं, लेकिन धरातल पर स्थिति कुछ और ही है। नगर निगम, जीडीए और पीडब्ल्यूडी की जिम्मेदारी है कि वे अपनी-अपनी जिम्मेदारी वाले क्षेत्रों में धूल उड़ने से रोकने के लिए पानी का छिड़काव करें, लेकिन विभागों द्वारा छिड़काव का दावा किया जाता है, जबकि धरातल पर यह नहीं हो रहा और सड़कों पर धूल उड़ रही है।
जिला प्रशासन और यूपीपीसीबी (उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड) के क्षेत्रीय अधिकारी अवैध फैक्ट्रियों को बंद करने की बात कर रहे हैं। लोनी, मेरठ रोड, बुलंदशहर रोड औद्योगिक क्षेत्र, भोपुरा, साहिबाबाद समेत कई इलाकों में अवैध फैक्ट्रियां चल रही हैं।
जिले में लोनी का एक्यूआई सबसे अधिक: गाजियाबाद के संजय नगर, इंदिरापुरम, वसुंधरा और लोनी में प्रदूषण मापक यंत्र लगे हुए हैं। बुधवार को सबसे अधिक प्रदूषण का स्तर लोनी में दर्ज किया गया, जहां का एक्यूआई 440 तक पहुंच गया।
आज का एक्यूआई:
इंदिरापुरम: 269
लोनी: 440
संजय नगर: 332
वसुंधरा: 352