गाजियाबाद में इंसानियत को शर्मशार कर देने वाली घटना! 15 वर्षीय किशोरी के साथ गैंगरेप, प्राइवेट पार्ट पर आए 10 टांके
सोनू सिंह
गाजियाबाद। गाजियाबाद में इंसानियत को शर्मशार कर देने वाली घटना सामने आई है। यहां दो युवकों ने रेड बुल में नशे की दवाई डालकर एक 15 वर्षीय किशोरी को पिला दी। इसके बाद दोनों युवकों ने गैंग रेप की वारदात को अंजाम दिया। साथ ही आरोपियों ने युवती को धमकाते हुए कहा कि अगर वह किसी से भी इस मामले में बताती है तो वो उसके भाई को मार देगा। इस मामले में आज पुलिस को शिकायत दी गई है।
जनपद बागपत स्थित अशरफाबाद की रहने वाली महिला अपने तीन बच्चों के साथ गाजियाबाद के टीला मोड़ थाना क्षेत्र के पसोंडा में रहती है। महिला की 15 वर्षीय बेटी और दो छोटे बेटे हैं। बताया जा रहा है कि महिला फ्लैट में घरेलू सहायिका के तौर पर काम कर अपने बच्चों का पालन पोषण करती थी। जब महिला काम पर जाती थी तो उसकी 15 वर्षीय बेटी अपने दोनों भाइयों की देखभाल करती थी। बीते 11 जून को जब उसके दोनों छोटे भाई पढ़ने के लिए मदरसा गए थे। इस दौरान पास में रहने वाला मोहित उसके घर आया और किशोरी से कहा कि उसकी मां शालीमार गार्डन चोक पर उसे बुला रही है। किशोरी मोहित के साथ चली गई। मोहित किशोरी को शालीमार गार्डन स्थित बुध बाजार के एक मकान में ले गया और वहां मकान मालिक जाहिद का भतीजा सारिक पहले से मौजूद था। सारिक ने किशोरी से कहा कि उसकी मां मेडिकल स्टोर पर दवाई लेने गई है। तब तक वह कोल्ड ड्रिंक पी। इसके बाद उसे पीने के लिए एनर्जी ड्रिंक दिया गया, जिसे पीकर किशोरी को चक्कर आने लगे। इसके बाद दोनों ने किशोरी के साथ गैंग रेप की वारदात को अंजाम दिया।
इसके साथ ही किशोरी को धमकी देते हुए कहा कि यदि वह इसके बारे में किसी को बताती है तो वे दोनों मिलकर उसके छोटे भाइयों को मार देंगे। इसके बाद किशोरी घर पहुंची। रात 10:00 बजे जब उसकी मां घर पहुंची तो किशोरी ने रोकर अपनी मां को आपबीती बता दी। दोनों की आवाज सुनकर मकान मालिक जाहिद कमरे में पहुंचा जहां जाहिद ने उन्हें चुप रहने की धमकी देते हुए उन पर निगरानी करने लगा और घर से बाहर निकलने पर पाबंदी लगा दी। इस दौरान मोहित के पिता भी पीड़िता से मिलने पहुंचे और 2300 रुपए मरहम पट्टी के नाम पर दिए। जब किशोरी को रात में तेज दर्द हुआ तो किशोरी की मां उसे अस्पताल लेकर गई जहां डॉक्टरों ने किशोरी के गुप्तांग पर 10 टांके लगाए और उसका इलाज करने के बाद अगले दिन उसे अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया। घर आने पर उन्हें मकान मालिक और आरोपियों द्वारा बंधक बना लिया गया। इस प्रकरण का पता तब चला जब किशोरी के फूफा उन्हें मिलने के लिए उनके घर पहुंचे। आज 25 जून को किशोरी के फूफा पीड़िता को लेकर टीला मोड़ थाने पहुंचे और आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।