अफजाल ने प्रदेश सरकार पर साधा निशाना, कहा- सातवीं बार मुख्तार की जान लेने में नाकामयाब रहा शैतान

By :  SaumyaV
Update: 2024-03-27 04:04 GMT

मंडल कारागार में बंद माफिया मुख्तार अंसारी को पेट दर्द की शिकायत पर रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। भाई अफजाल अंसारी ने प्रदेश सरकार व जेल प्रशासन पर निशाना साधते हुए कहा कि सातवीं बार मुख्तार की जान लेने में नाकामयाब रहा शैतान। 

मुख्तार की हालत बिगड़ने पर उसके बडे़ भाई व बसपा से सांसद अफजाल अंसारी ने बिना नाम लिए प्रदेश सरकार व जेल प्रशासन को निशाने पर लिया है। मेडिकल कॉलेज पहुंचे अफजाल ने कहा कि छोटे भाई की जान लेने का सातवीं बार प्रयास किया गया है। शायद किसी को इंतजार रहा होगा कि मुख्तार की मौत की खबर आएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। हमें ऊपर वाले पर भरोसा है, जब जिसकी मौत का दिन तय हो जाएगा तो वह एक सांस भी ज्यादा जी नहीं सकता। शैतान शैतानी तो कर सकता है, लेकिन अपने मंसूबे में सफल नहीं हो सकता है।

मीडिया से बात करते हुए अफजाल ने कहा कि मुख्तार के मुताबिक 19 मार्च को मुख्तार को खाने में जहर दिया गया, जिसकी वजह से उनकी हालत बिगड़ी है। सोमवार को तबीयत की यह स्थिति थी कि लोगों को लगा कि अब कहीं भेजने से भी कुछ होने वाला नहीं है, लेकिन अभी मुख्तार की हियात है। कहा कि करीब 40 दिन पहले जेल में खाना चखने वाले कर्मचारी और डिप्टी जेलर जो खाना पकवाने का इंचार्ज था, दोनों की हालत बिगड़़ने पर उन्हें मेडिकल कॉलेज लाया गया था।

इसका जिम्मेदार कौन के सवाल पर कटाक्ष करते हुए कहा कि प्रदेश की व्यवस्था, जेल की व्यवस्था मान लीजिए कि हमारे हाथ है तो हम ही इसके जिम्मेदार हैं। लोग उनकी कहानी का अंत करना चाहते हैं। बताया कि बांदा से मुख्तार को दूसरी जेल में शिफ्ट कराने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दी गई है।

फिलहाल आज मेडिकल कॉलेज में उनसे बात हुई है, देखकर संतोष हुआ है। उन्होंने सारी दिक्ततें बताई, सभी कुछ मीडिया के सामने तो नहीं, लेकिन कोर्ट के सामने जरूर लाया जाएगा। स्वास्थ्य के सवाल पर अफजाल ने कहा कि उन्हें गोली तो मारी नहीं गई है। पेट की दिक्कत है, जहर का असर पेट के सिवाय और कहां हो सकता है। उनकी हत्या कराने की साजिश साबित हो चुकी है और यह आखिरी साजिश नहीं है। फिर से साजिश की जा सकती है। उन्होंने हाल ही में दो डिप्टी जेलरों के निलंबन पर भी सवाल उठाए हैं।

ऊसरी चट्टी हत्याकांड का मामला भी उठाया

अफजाल ने मीडिया से बातचीत में आरोप लगाया कि ऊसरी चट्टी हत्याकांड में मुख्तार की गवाही न हो इसलिए उसकी मौत की साजिश हो रही है। मुख्तार गवाही देगा तो बृजेश सिंह और त्रिभुवन सिंह को सजा हो जाएगी। अपराधियों और अफसरों की मिलीभगत से यह सब अंजाम देने की कोशिश चल रही है। करोड़ों लोग मुख्तार के लिये दुआ करते हैं, इसलिए वह हर बार बच जाता है। अफजाल अंसारी ने कहा कि वह कानून के रास्ते से मुख्तार की सुरक्षा के लिये कोशिश कर रहे हैं।

65 मुकदमे, दो में मिल चुकी है उम्रकैद

मुख्तार अंसारी को आठ केस में सजा सुनाई जा चुकी है। इनमें दो मामलों में तो उम्रकैद मिल चुकी है। उसके ऊपर 65 मुकदमे दर्ज हैं। सबसे बड़ा मुकदमा भाजपा विधायक कृष्णानंद राय की हत्या का है। गाजीपुर के ऊसरी चट्टी इलाके में 29 नवंबर, 2005 को कृष्णानंद राय की गोलियां बरसाकर हत्या कर दी गई थी। हाल ही में वाराणसी कोर्ट ने फर्जी शस्त्र लाइसेंस मामले में मुख्तार को उम्रकैद की सजा दी थी।

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