तीस दिन बाद श्मशान से निकाला नवजात का शव, डीएम ने दिया आदेश, डॉक्टर की लापरवाही से जान जाने की आशंका |
स्थानीय निवासी ने आरोप लगाया था कि चिकित्सक की लापरवाही से उसके नवजात बच्चे की जान चली गई। उसने इसकी शिकायत डीएम से की थी। अब पुलिस ने शव को निकालकर उसका पोस्टमार्टम करवाया है।
संभल के कैलादेवी थाना क्षेत्र के गांव रूदायन निवासी धीरेंद्र की शिकायत पर उनके नवजात बच्चे का शव गांव के शमशान से जिलाधिकारी के आदेश पर निकाला गया है। अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर पुलिस की कार्रवाई आगे बढ़ेगी। धीरेंद्र की पत्नी ने 30 अक्तूबर को खिरनी के नर्सिंग होम में नवजात को जन्म दिया था।
कुछ देर बाद नवजात की मौत हो गई थी। धीरेंद्र ने आरोप लगाया था कि झोलाछाप दंपती ने उनकी पत्नी का प्रसव 20 दिन पहले करा दिया। इसके चलते ही नवजात की मौत हो गई। दो नवंबर को धीरेंद्र की तहरीर पर खिरनी निवासी डॉ. छतरपाल और उसकी पत्नी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई।
धीरेंद्र ने बिना पोस्टमार्टम कराए नवजात का शव गांव के शमशान में दफन कर दिया था। अब कार्रवाई आगे नहीं बढ़ने की शिकायत धीरेंद्र ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर की। इसी क्रम में जिलाधिकारी ने मजिस्ट्रेट अनुज कुमार की निगरानी में शव निकाले जाने के आदेश किए।
कैलादेवी थाना प्रभारी संदीप बालियान ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं थी। कार्रवाई को आगे बढ़ाने के किए पोस्टमार्टम रिपोर्ट की जरूरत थी। इसी क्रम में अब पोस्टमार्टम कराया गया है।