विदेश भागे प्रिंटिंग प्रेस मालिक और ट्रांसपोर्ट कंपनी पर भी होगी कार्रवाई, एसटीएफ तैयारी में
एसटीएफ जल्द ही दोनों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की तैयारी में है। सूत्रों की मानें तो 17 और 18 फरवरी को आयोजित सिपाही भर्ती का पेपर लीक होने की जानकारी मिलने के तुंरत बाद प्रिंटिंग प्रेस के मालिक विदेश भाग गए थे।
सिपाही भर्ती का पेपर लीक करने के मामले में एसटीएफ की जांच के दायरे में प्रश्न पत्र की प्रिंटिंग करने वाली प्रेस और ट्रांसपोर्ट कंपनी भी आ गयी है। एसटीएफ जल्द ही दोनों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की तैयारी में है। सूत्रों की मानें तो 17 और 18 फरवरी को आयोजित सिपाही भर्ती का पेपर लीक होने की जानकारी मिलने के तुंरत बाद प्रिंटिंग प्रेस के मालिक विदेश भाग गए थे।
सिपाही भर्ती पेपर लीक मामले की बीते 17 दिनों से जांच कर रही एसटीएफ उन सभी लोगों को तलाश रही है, जिन्हें पेपर बेचा गया था। पेपर लीक का मास्टरमाइंड प्रयागराज निवासी राजीव नयन के बारे में पता चला है कि वह कई कोचिंग संचालकों के संपर्क में था, जो प्रतियोगी परीक्षाओं का पेपर लीक कराने के बदले उसे लाखों रुपये देते थे।
वहीं दूसरी ओर इस मामले में भर्ती बोर्ड के अधिकारियों की लापरवाही भी सामने आई है। प्रिंटिंग प्रेस का चयन करने वाले बोर्ड के अधिकारियों ने प्रश्न प्रश्नों की सुरक्षा का कोई पुख्ता बंदोबस्त नहीं किया था, जिसकी वजह से ट्रांसपोर्ट कंपनी के वेयरहाउस से आरोपियों ने आसानी से पेपर निकाला और उसकी फोटो खींचकर वापस रख दिया। लापरवाही का आलम यह रहा कि जिस बॉक्स से पेपर निकाले गए थे, उन्हें जब परीक्षा से पहले खोला गया तो सारी सील को ठीक से चेक भी नहीं किया गया।