डासना जेल में किशोरी के रेप के आरोपी ने बिजली के तार से फंदा लगाकर की आत्महत्या, सुसाइड नोट में इसे ठहराया जिम्मेदार

Update: 2024-09-25 11:44 GMT

- नाबालिग लड़की के मामले में आया था जेल

- लड़की के मां-बाप को जिम्मेदार ठहराया

मोहसिन खान

गाजियाबाद। डासना जेल में मंगलवार रात को एक कैदी ने बिजली के तार से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। रेप और पॉक्सो एक्ट के मामले में करीब 14 दिन पहले जेल में आया था। मरने से पहले युवक ने एक सुसाइड नोट लिखा है जिसमें उन्होंने लड़की के मां-बाप को जिम्मेदार ठहराया है।

मंगलवार रात करीब 10 बजे के आसपास लाइब्रेरी वाले एरिया के सटे बिजली ऑफिस के अंदर जाकर शिवम केबिल से पंखे के सहारे फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जब तक जेलकर्मियों की नजर पड़ी उसकी मौत हो चुकी थी। वीडियोग्राफी कराकर शव को नीचे उतारा गया। मसूरी थाना पुलिस को बुलाया गया। पुलिस ने पंचनामा भरकर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। पुलिस जांच में पता चला है कि बीते महीने शिवम राजपूत 12 साल नाबालिग लड़की को बहलाफुसला कर ले गया था। पुलिस ने शिवम को गिरफ्तार कर लड़की को बरामद कर लिया था। लड़की के बयानों में रेप की बात सामने आई। इसके बाद पिलखुवा थाना पुलिस 10 सितंबर को ने जेल भेज दिया था।

सुसाइड नोट में लड़की के मां-बाप को ठहराया जिम्मेदार

मरने से पहले शिवम ने दो पेज का एक सुसाइड नोट लिखा है। उसकी लिखाई से पता चलता है कि शिवम ज्यादा पढ़ा लिखा नहीं है। भाषा स्पष्ट नहीं लिखी है। इसमें शिवम ने खुद को जेल भिजवाने के लिए लड़की के मां-बाप को जिम्मेदार ठहराया है। उसने सुसाइड नोट में उन दोनों को सास-ससुर कहने की बात लिखी है।

जेल अधीक्षक सीताराम शर्मा ने बताया

शिवम राजपूत बुलंदशहर जिले में नरसैना थाना क्षेत्र का रहने वाला था। 10 सितंबर 2024 को पुलिस ने उसे रेप और पॉक्सो एक्ट के आरोप में जेल में दाखिल किया था। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है।

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