बेटी फोन पर लड़के से बात कर रही थी,बस इसी मामूली बात पर पिता ने निर्ममता से मार डाला
लखनऊ। लखनऊ के गुडंबा के मायापुरी इलाके में 14 साल की बेटी रात को फोन पर बात कर थी। पिता ने देखा तो क्रूरता से अपनी बेटी की हत्या कर दी। पड़ोसी ने पुलिस को सूचना दी। कुछ ही घंटे में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। पूछताछ में आरोपी बोला कि उसकी बेटी एक रिश्तेदार के लड़के से बात करती थी, इसलिए उसे मार दिया।
मायापुरी निवासी संजय सिंह चौहान की भाखामऊ कुर्सी रोड में निर्माण सामग्री की दुकान है। घटना के समय सुशीला लखीमपुर-खीरी में मायके में थी। सोमवार रात घर पर संजय के अलावा उनकी बड़ी बेटी पूजा (14) व छोटी बेटी संगीता व काजल और सबसे छोटा बेटा गोविंद था।
संजय बेटे के साथ एक कमरे में था, जबकि तीनों बेटियां दूसरे कमरे में थीं। रात करीब साढ़े 12 बजे संजय उठा और सोते वक्त ही पूजा का दुपट्टे से गला कस दिया। उसके छटपटाने की आवाज सुनकर अन्य तीनों बच्चे भी जाग गए। वे चीखने चिल्लाने लगे, लेकिन संजय गला कसने के बाद पूजा को घूसों से मारने लगा।
फिर बांके से उसके सिर पर वार किए। जब वह बेजान सी हो गई तब खींचकर बरामदे में ले गया और उसकी पीठ में बेलचा घोंप दिया। कमरे में चारो ओर खून ही खून फैल गया। घटना को अंजाम देने के बाद शर्ट बदली और भाग गया। बच्चों के रोने की आवाज सुनकर पड़ोसी आए। वहां का मंजर देख वह डर गए और तुरंत पुलिस को सूचना दी। परिजनों के मुताबिक संजय नशे का आदी है। वह अक्सर पत्नी व बच्चों को मारता पीटता रहता था। पूजा एक निजी स्कूल से 10वीं की पढ़ाई कर रही थी। उसकी बेटी संगीता ने बताया कि जब पिता पूजा दीदी को पीट रहे थे तो वे सभी डर गए थे। पिता से मिन्नतें कर रहे थे कि पूजा को छोड़ दें, लेकिन संजय की क्रूरता इस कदर थी कि बच्चों की सामने ही नृशंसता से बेटी को मार डाला।
इसलिए घर पर ही मारना पड़ा
रात करीब साढ़े नौ बजे संजय ने पूजा से मंदिर चलने को कहा था, लेकिन उसने मना कर दिया था। इस पर संजय ने उसको घर के बाहर निकालकर दरवाजा बंद कर लिया था। करीब एक घंटे बाद किसी तरह से दरवाजा खोला था। पूछताछ में आरोपी बोला, पहले तय किया था कि घर से बाहर ले जाकर मारेंगे, इसलिए मंदिर जाने का बहाना किया था, लेकिन पूजा नहीं मानी। इसलिए घर पर ही मारना पड़ा।