राजस्थान में सचिन की इस चाल से चित्त होगी कांग्रेस?

Update: 2023-05-15 05:45 GMT
सचिन पायलट बनेंग युवाओं की आवाज
गहलोत से रार के बाद क्या है उनके कदम राहुल-प्रियंका भी पोस्टर से नदारद

राजस्थान में सचिन पायलट ने पदयात्रा निकाली है और इसको लेकर के अब चर्चाएं बहुत तेज हो रही है। कांग्रेस पार्टी के कद्दावर नेताओं में शुमार सचिन पायलट इन दिनों इसलिए भी सुर्खियां बटोर रहे हैं क्योंकि उनकी पदयात्रा में न तो राहुल गांधी की कहीं फोटो दिखाई दे रही है और ना ही प्रियंका गांधी की…

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से भी दो-दो हाथ करने की हिम्मत रखने वाले सचिन पायलट बोलते हैं कि यह यात्रा भ्रष्टाचार के विरुद्ध है और युवाओं के पक्ष में है… युवाओं को रोजगार चाहिए भ्रष्टाचार से मुक्ति चाहिए और देश को बेहतरीन बनाने में सबका सहयोगी चाहिए…

अपनी ही सरकार के खिलाफ जनसंघर्ष यात्रा निकाल रहे पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उनके समर्थक नेताओं के खिलाफ जमकर हमला बोला है। पायलट ने तल्ख अंदाज में गहलोत के आरोपों का जवाब देने के साथ पूर्व सीएम वसुंधरा राजे पर फिर तीखा हमला बोला है। पायलट ने कहा- जब मैं पेपरलीक और बीजेपी के करप्शन पर बोलता हूं तो लगातार मुझ पर आरोप लगाते हैं।

पायलट ने शांति धारीवाल के उस बयान पर करारा पलटवार किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि गहलोत ने बड़े बड़े नेताओं को निपटा दिया। पायलट ने कहा- धारीवाल साहब ने जिस तरह बोला, वह मैं देख रहा था। वह उस वक्त के उन नेताओं के लिए ठीक बात नहीं है।

एक बार तो वसुंधराजी ने धारीवाल साहब को अरेस्ट करने का पूरा मन बना लिया था। मैं उस समय प्रदेश अध्यक्ष था। मैंने झंडा गाड़ कर बोला मेरे पार्टी के नेता पर कोई कार्रवाई करेगा तो मैं उनके सामने खड़ा हो जाउंगा। मैंने अध्यक्ष होने के नाते अपने नेता का बचाव किया था।

तो अभी भी तमाम प्रकरण को देखते हुए ऐसा लग रहा है कि सचिन पायलट कई मुद्दों पर सीधा जवाब देने से कतरा रहे हैं… जैसे कि…

क्या लीडरशिप-सीएम को चेंज किया जाना चाहिए?

आप पर पार्टी को कमजोर करने का आरोप लग रहे हैं?

आपने कहा था-नाउम्मीद हैं तो फिर यात्रा क्यों निकाल रहे हैं?

आपकी यात्रा के पोस्टर्स में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के फोटो क्यों नहीं हैं?

मुद्दों का समाधान नहीं होता है तो आपका अगला सियासी कदम क्या होगा?

क्या आप कांग्रेस छोड़ने वाले हैं?

सचिन पायलट ने अपनी ही सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि जब हम विपक्ष में थे तो हमने संगीन आरोप लगाए गए थे। साढ़े 4 साल खत्म हो गए कोई प्रभावी कार्रवाई हुई नहीं। डेढ़ साल से चिट्ठी लिखकर मुख्यमंत्री को आग्रह करता रहा, कार्रवाई हुई नहीं। जब जब मैं बीजेपी सरकार के करप्शन की बात करता हूं, तो उसका कोई उचित जवाब नहीं मिलता, कुछ लोग पेपर लीक कांड के बड़े सरगना हैं, कम से कम उनकी जांच तो हो।

मैं लगातार करप्शन को लेकर आवाज उठाता रहा पत्र लिखता रहा लेकिन किसी भी नेता ने कार्यवाही करने की जहमत तक नहीं उठाई… उस समय के प्रभारी अजय माकन को भी मैंने हर चिट्ठी मार्क की थी। मैंने 1 दिन का अनशन किया। अनशन तो गांधीवादी गतिविधि होती है उसके बावजूद कुछ हुआ नहीं।

मुख्यमंत्री के धौलपुर के भाषण में कुछ खुलासे हुए उसके बाद मुझे लगा कि इच्छाशक्ति नहीं है या मजबूरी है, इसलिए कार्रवाई नहीं हो रही है। फिर भी मैं मानता हूं कि जो पद पर बैठता है, उस व्यक्ति को जन भावनाओं को सुनना चाहिए।

लोगों को मन में विश्वास में होना चाहिए कि हम लोग गंभीर हैं। पेपरलीक के इस पूरे तंत्र में, जिनमें कोचिंग सेंटर भी हो सकते है, RPSC, बोर्ड हो या निजी संस्थाएं जो भी है, उसकी पूरी जांच होनी चाहिए ताकि लोगों का व्यवस्था पर विश्वास कायम रहे।

सचिन पायलट की पदयात्रा में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की फोटोस नदारद रहने के सवाल पर बोले कि मैं कई बार रिपीट कर चुका हूं कि कांग्रेस पार्टी हमेशा करप्शन के खिलाफ रही है। मैं करप्शन के खिलाफ यात्रा निकाल रहा हूं। कांग्रेस पार्टी ने हमेशा युवाओं को प्रेरित किया है। युवाओं के हित सुरक्षित करने के लिए यात्रा निकाल रहा हूं। विषय यह है कि किन मुद्दों को लेकर मैं बात कर रहा हूं। वही मुद्दे जो पार्टी हमेशा से दशकों से रखती आई है।

तो अब आप अब आपको समझ में आ गया होगा कि राजस्थान सरकार से सीधे तौर पर बगावत करने वाले पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट अब आर-पार के मूड में नजर आ रहे हैं… उनकी पदयात्रा को जनसमर्थन मिल रहा है और राजस्थान में एक में समय का इतिहास लिखा जा रहा है…

इस तरह की तमाम खबरों के लिए देखते रहें इ न्यूज़, यूट्यूब पर देखने तो सब्सक्राइब करें और फेसबुक पर देखें तो फॉलो करना ना भूलें…

Tags:    

Similar News