स्वाति मालीवाल ने सीएम ममता को लिखा पत्र- 'देश की महिलाएं बलात्कार और हत्या के डर से मुक्त नहीं हैं तो हम अपनी स्वतंत्रता का जश्न कैसे मना सकते हैं'
नई दिल्ली। आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल बलात्कार-हत्या ने पूरे देश को हैरान कर दिया है। सभी डॉक्टर और मेडिकल छात्रों का विरोध प्रदर्शन जारी है। आज इस मामले को लेकर नौ दिन हो गया है लेकिन अब तक इस केस के बारे में पूरी तरीके से नहीं पता चल पाया है। इस मामले को लेकर आप की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल सामने आई है। स्वाति मालीवाल ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र लिखा है।
स्वाति मालीवाल ने लिखा कि ममता दीदी देश की एकमात्र महिला मुख्यमंत्री होने के नाते हममें से कई लोगों को आपसे बहुत उम्मीदें थीं। चुनावों में बड़ी संख्या में महिला उम्मीदवारों को मैदान में उतारने के लिए आपकी प्रशंसा की गई है। जिसमें कई महिलाएं अब संसद सदस्य के रूप में सीटें संभाल रही हैं। फिर भी इस मामले में आपकी सरकार की कार्रवाइयां इस जघन्य अपराध को छिपाने के परेशान करने वाले प्रयासों से लेकर लापरवाही में शामिल लोगों को पुरस्कृत करने और आपकी पार्टी की चुप्पी तक, बलात्कार के घिनौने राजनीतिकरण को उजागर करती हैं। यह भारतीय लोकतंत्र के लिए एक खतरनाक प्रवृत्ति है। यौन हिंसा के मामलों को संभालने में इसी तरह की विफलताएं पश्चिम बंगाल में पहले भी देखी गई हैं और आपकी सरकार की बार-बार की चुप्पी और ध्यान भटकाने से गंभीर चिंताएं पैदा होती हैं।
उन्होंने कहा कि आज जब हमारा महान राष्ट्र स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। एक ऐसा दिन जो सभी के लिए स्वतंत्रता, न्याय और समानता का प्रतीक है। मैं खुद को निराशा की गहरी भावना से जूझती हुई पा रही हूं। जब हमारे समाज का ताना-बाना ही ऐसी अवर्णनीय क्रूरताओं से छिन्न-भिन्न हो जाता है तो हम वास्तव में कैसे जश्न मना सकते हैं। जब हमारे देश की महिलाएं बलात्कार और हत्या के डर से मुक्त नहीं हैं तो हम अपनी स्वतंत्रता का जश्न कैसे मना सकते हैं। यह जघन्य अपराध हमारे जश्न पर एक काली छाया डाल रहा है।
उन्होंने कहा कि इस समय पूरे देश में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। जिसमें डॉक्टर, नर्स और अन्य नागरिक अपनी पीड़ा और आक्रोश व्यक्त कर रहे हैं। अगर सत्ता में बैठे लोग इस देश की महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा करने में विफल रहते हैं और इसके बजाय आरोपियों का पक्ष लेते नजर आते हैं तो भविष्य के लिए हमारे पास क्या उम्मीद है। मैं आपसे विनती करता हूं कि दीदी राजनीतिक स्वार्थ की सीमाओं से ऊपर उठें और उदाहरण पेश करें। सुनिश्चित करें कि महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराध करने वालों को कड़ी से कड़ी सजा मिले। इसके अलावा मैं आपसे सीबीआई को पूरा सहयोग सुनिश्चित करने का अनुरोध करता हूं ताकि मामले की उचित जांच हो और परिवार को न्याय मिले। सरकार को सत्ता में बैठे उन लोगों की जवाबदेही भी तय करनी चाहिए जिन्होंने मामले को दबाने और आरोपियों को बचाने की कोशिश की। सबसे महत्वपूर्ण बात मैं आपसे पश्चिम बंगाल और इस देश की महिलाओं की सुरक्षा को अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता बनाने का आग्रह करता हूं। देश की निगाहें आप पर हैं और इतिहास याद रखेगा कि आपने संकट की इस घड़ी में कैसे प्रतिक्रिया दी।