'साहेब! तू त हमनी खातिर महादेव बन गईला': पटरी पर प्रसाद बेचने वाली मुन्नी देवी के शब्द सुनकर पीएम ने जोड़े हाथ
वाराणसी। चेहरे पर मुस्कान, आंखों में खुशी के आंसू...हाथ जोड़े हरे रंग की साड़ी पहनी मुन्नी प्रधानमंत्री से कहती हैं साहेब..! तू त हमनी खातिर महादेव बन गईला। यह सुनते ही प्रधानमंत्री ने हाथ जोड़ा और मुन्नी को पीएम स्वनिधि योजना के तहत 50 हजार रुपये का चेक भेंट किया। प्रधानमंत्री के हाथों चेक पाने के बाद मुन्नी देवी के खुशी का ठिकाना नहीं रहा।
वह प्रधानमंत्री और बात करना चाह रही थीं, लेकिन समय कम पड़ गया। मुन्नी देवी वाराणसी में ही दशाश्वमेध घाट के पास चितरंजन पार्क के सामने पटरी पर प्रसाद बेचती हैं। मुन्नी ने कहा कि पीएम स्वनिधि योजना से उसे और उसके परिवार को जो सहारा मिला है, उसे कोई नहीं दे सकता था। ऐसे ही सभी लाभार्थियों ने प्रधानमंत्री के हाथों योजनाओं का लाभ मिलने पर खुशी जताई और आभार व्यक्त किया। प्रधानमंत्री ने इसी तरह जनकल्याणकारी योजना के नौ लाभार्थियों को मंच पर बुलाया और सबको लाभ दिया। इससे सब गदगद दिखे।
क्या बोले पीएम स्वनिधि योजना के लाभार्थि
स्वनिधि योजना का लाभ मिलने से परिवार को संभालने में मदद मिली है। यदि लाभ नहीं मिलता तो कोरोना काल में परिवार बिखर जाता। प्रधानमंत्री के आजीवन आभारी रहेंगे। - विकास, लखनऊ
प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना का लाभ प्रधानमंत्री के हाथों पाकर बहुत अच्छा लग रहा है। अब प्रतिमाह 30 हजार रुपये कमाते हैं। जीवन आसान हो गया है। पीए मोदी ने गरीबों की चिंता की है। - बंटी वर्मा, वृंदावन
कोरोना काल के बाद योजना के बारे में पता चला। लाभ मिला तो अच्छी कमाई हो जाती है। परिवार का गुजारा और बच्चों की पढ़ाई भी अच्छे से करा पा रहे हैं। - ऊषा देवी, गोपीगंज
घर न हाेने से बहुत परेशानी होती थी। अब पीएम आवास है। पीएम ने इसकी जानकारी भी ली। पूरा परिवार प्रधानमंत्री का आभारी है। - उर्मिला देवी, वाराणसी
अपना घर होने का गर्व भी होता है। पहले बहुत परेशानी होती थी। आवास योजना का लाभ देने के लिए प्रधानमंत्री का आभार है। - अर्चना, चंदौली
आवास मिलने से पूरा परिवार खुश है। प्रधानमंत्री ने आवास से जुड़ी जानकारी ली और बधाई भी दी। प्रधानमंत्री से मिलकर बहुत खुशी हुई। हम जैसों के लिए वो भगवान हैं। - पूनम सिंह, वाराणसी
परिवार में किसी की भी तबीयत खराब होने से बहुत परेशान होना पड़ता है। प्रधानमंत्री के हाथों आयुष्मान कार्ड मिला है। अब इलाज के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। - मनतोषा, भदोही
प्रधानमंत्री खुद आयुष्मान कार्ड देंगे, यह कभी नहीं सोचा था। प्रधानमंत्री ने परिवार का हालचाल भी पूछा। लगा कि अपना कोई सुख-दुख बांटने आया है - सुमन देवी, वाराणसी
किसी बड़े अस्पताल में इलाज कराना बहुत मुश्किल है। प्रधानमंत्री ने मंच पर बुलाकर आयुष्मान कार्ड दिया। अब इलाज की चिंता नहीं होगी। प्रधानमंत्री के आजीवन आभारी रहेंगे। - मोनू सरोज, जौनपुर