राजा भैया तलाक: कौन है वो... राजा भैया और भानवी के बीच विवाद, समर्थक बोले- यूं ही नहीं उठा धुआं; कुछ तो होगा
शादी की सिल्वर जुबली मना चुके जनसत्ता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष और कुंडा विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया और उनकी पत्नी भानवी सिंह के रिश्ते टूटने की कगार पर हैं. चर्चा आम है कि दोनों के बीच तीसरा कौन है, जिसे भानवी सिंह ने अलग होने का मुख्य आधार बताया है. फिलहाल समर्थक निराशा में हैं.
रिश्ते में कड़वाहट कई सालों से चल रही थी। दोनों कई सालों से अलग-अलग भी रह रहे हैं। लेकिन मामला तब सामने आया जब भानवी ने राजा भैया के बेहद करीबी एमएलसी अक्षय प्रताप सिंह के खिलाफ धोखाधड़ी और जालसाजी समेत कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया.हालाँकि राजा भैया ने 2022 में अपनी पत्नी से तलाक के लिए याचिका दायर की थी। उन्होंने क्रूरता और परित्याग के आधार पर तलाक मांगा है। उसने आरोप लगाया है कि उसकी पत्नी ससुराल छोड़कर चली गयी है और वापस आने से इंकार कर रही है.तलाक के जवाब में भानवी सिंह ने जब कोर्ट में राजा भैया पर मारपीट और अवैध संबंधों की बात कही तो मामला गंभीर हो गया. तरह-तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं. कोई लखनऊ तो कोई दिल्ली की महिला से संबंधों की बात कह रहा है।हालांकि समर्थकों का यह भी कहना है कि इससे पहले राजा भैया के बारे में ऐसी कोई बात सामने नहीं आई थी. लेकिन अब पत्नी ने आरोप लगाया है तो धुआं यूं ही नहीं उठता. कोर्ट के फैसले के बाद ही सच सामने आएगा.
उदय प्रताप खामोश हैं
सूत्रों का कहना है कि राजा भैया के पिता उदय प्रताप सिंह से भी लोगों ने बीच-बचाव की कोशिश की, लेकिन बात नहीं बनी. कहा जा रहा है कि वो पिता अपने बेटों के मामले में ज्यादा कुछ नहीं बोलते.
28 साल पहले शादी हुई थी
राजा भैया और भानवी की शादी 17 फरवरी 1995 को हुई थी. उस वक्त राजा भैया 25 साल के थे, भानवी 20 साल की थीं. अब इन दोनों की शादी को 28 साल हो गए हैं. राजा भैया और भानवी सिंह की दो बेटियां और दो बेटे हैं.
भानवी तीसरी बहन है
भानवी का जन्म 10 जुलाई 1974 को बस्ती शाही परिवार में हुआ था। उनके पिता कुँवर रवि प्रताप सिंह, बस्ती राजा के छोटे पुत्र हैं। रवि प्रताप सिंह की 4 बेटियां हैं. इनमें भानवी तीसरे नंबर की बेटी हैं. भानवी की शुरुआती पढ़ाई बस्ती से हुई। बाद में शिक्षा लखनऊ में हुई।
मनोरोगी की तरह करता था व्यवहार: अक्षय प्रताप सिंह
पूर्व मंत्री और कुंडा विधायक रघुराज प्रताप सिंह राजा भैया और उनकी पत्नी भानवी सिंह के तलाक मामले में विधान परिषद सदस्य अक्षय प्रताप सिंह गोपाल ने कहा कि भानवी की भाभी परिवार और नौकरों के साथ एक मनोरोगी की तरह व्यवहार करती थीं.राजा भैया के बेहद करीबी अक्षय प्रताप सिंह ने आगे कहा कि राजा भैया ने एक साल पहले दिल्ली कोर्ट में तलाक के लिए मुकदमा दायर किया था. कोर्ट की ओर से जवाब दाखिल करने के लिए कई बार नोटिस भेजा गया. लेकिन जवाब समय पर नहीं दिया गया. इतने दिनों के बाद उन्हें अपने उत्पीड़न और अन्य आरोपों की याद आई। वे राजा भैया के एक आदेश पर अपनी सारी संपत्ति दान कर सकते हैं। उनके पास जो भी है, सब राजा भैया का दिया हुआ है।उन्होंने बताया कि महल में काम करने वाले सेवकों को खाना तक नहीं दिया जाता था. भैया के आने पर सभी को खाना और अन्य सुविधाएं मिलती थीं. मायके में उसका व्यवहार अपनी माँ के साथ कैसा था। इस बात को उनके परिवार वाले बेहतर जानते हैं. उनके पास कई ऑडियो भी हैं, जिन्हें समय आने पर उपलब्ध कराया जाएगा।