राहुल गांधी ने बेटे की तरह निभाई पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार की जिम्मेदारी
नई दिल्ली। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह शनिवार को दिल्ली के निगम बोध घाट पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ पंचतत्व में विलीन हो गए। उनके निधन से देशभर में शोक की लहर है। इस कठिन घड़ी में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने डॉ. मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार में बेटे की तरह भूमिका निभाई। डॉ. मनमोहन सिंह की तबीयत खराब होने पर नेताओं में सबसे पहले प्रियंका गांधी एम्स अस्पताल पहुंची थी।
अंतिम यात्रा के दौरान राहुल गांधी मनमोहन सिंह के परिवार के साथ आर्मी ट्रक में बैठे रहे। उनकी आंखों में भावुकता झलक रही थी और वह बार-बार डॉ. मनमोहन सिंह के पार्थिव शरीर की ओर देखते रहे। निगम बोध घाट पर अंतिम संस्कार से पहले राहुल गांधी ने पार्थिव शरीर को कंधा भी दिया और अंतिम संस्कार की प्रक्रिया में एक बेटे की तरह की भाग लिए।
डॉ. मनमोहन सिंह को गांधी परिवार में एक वरिष्ठ और मार्गदर्शक की भूमिका निभाने वाले व्यक्ति के रूप में जाना जाता था। राहुल गांधी के लिए उनका निधन एक व्यक्तिगत क्षति है। उनके प्रति गहरा सम्मान और लगाव राहुल गांधी की भावनाओं में स्पष्ट रूप से दिखाई दिया। वहीं, इससे पहले जब मनमोहन सिंह का गुरुवार को निधन हो गया था तो वह कर्नाटक के बेलगावी में थे वह रात को ही वहां से दिल्ली के रवाना हो गए थे, उनके साथ मल्लिकार्जुन खड़गे भी रहे। मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार में निगम बोध घाट पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, प्रियंका गांधी और कई वरिष्ठ नेताओं ने उपस्थित होकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।