राहुल गांधी का पलटवार, सत्ताधारी पार्टी के आरोपों का जवाब नहीं देंगे
नई दिल्ली। दिल्ली में लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने अपने बयान में कहा कि सरकार और सत्ताधारी पार्टी की ओर से विपक्ष पर लगातार "उल्टे-सीधे आरोप" लगाए जा रहे हैं, लेकिन विपक्ष ने यह निर्णय लिया है कि इन उकसावे वाले आरोपों का जवाब दिए बिना वे अपना काम करते रहेंगे। राहुल गांधी ने कहा कि सरकार चाहे जितना भी प्रयास करे, वे इसे नज़रअंदाज करेंगे और सुनिश्चित करेंगे कि सदन की कार्यवाही चले।
उन्होंने स्पष्ट रूप से यह भी कहा कि विपक्ष की पूरी कोशिश होगी कि सदन में चर्चा और बहस का सिलसिला जारी रहे। उनका यह बयान उस समय आया जब संसद में गतिरोध चल रहा था और विपक्षी दल कई मुद्दों पर सरकार से जवाब मांग रहे थे। राहुल गांधी ने विशेष रूप से 13 दिसंबर को संविधान पर बहस कराने की बात की, जो एक महत्वपूर्ण राजनीतिक मुद्दा है और यह दिखाने की कोशिश की कि विपक्ष लोकतांत्रिक प्रक्रिया के तहत चर्चा चाहता है।
राहुल गांधी ने यह भी आरोप लगाया कि सरकार अडानी मुद्दे पर चर्चा नहीं चाहती है, जो विपक्ष द्वारा लगातार उठाया जा रहा है। यह बयान उन विवादों को लेकर था, जिसमें अडानी समूह के खिलाफ भ्रष्टाचार और अनियमितताओं के आरोप लगाए जा रहे थे। राहुल गांधी का यह बयान सरकार पर दबाव बनाने और संसद में एक सकारात्मक, विचारशील बहस की दिशा में काम करने का संकेत था, ताकि लोकतांत्रिक प्रक्रियाएं सही तरीके से चल सकें।