शिमला के संजौली मस्जिद पर विरोध प्रदर्शन, पुलिस बल तैनात, सीएम सुखविंदर ने कहा- प्रदर्शन शांतिपूर्ण हो नहीं तो कड़ी कार्रवाई होगी
शिमला। हिमाचल प्रदेश के शिमला में भाजपा कार्यकर्ताओं, हिंदू संगठनों और स्थानीय लोगों ने संजौली मस्जिद के कथित अवैध निर्माण के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। बता दें संजौली में बाजार के पास यह मस्जिद बनाई गई है। दो मंजिला इस मस्जिद को अवैध बताया जा रहा है। ऐसे में वहां के लोग इसे तोड़ने की मांग कर रहे हैं।
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि पूरा हिंदू, सनातनी समाज विरोध कर रहा है। इसका भाजपा या कांग्रेस से कोई लेना-देना नहीं है। हिंदू समाज इसके खिलाफ लड़ रहा है। राज्य में मुसलमानों की बढ़ती संख्या की जांच होनी चाहिए।
वहीं अब सरकार ने किसी भी तरह की अनहोनी से बचने के लिए संजौली में 5 किमी के दायरे में पुलिस बल की तैनाती की है। अतिरिक्त बटालियन शिमला पुलिस के एसपी की तरफ से मांगी गई थी। शिमला के एसपी संजीव गांधी भी मौके पर पहुंच गए हैं।
इस प्रदर्शन के चलते संजौली के विशेष समुदाय के लोगों ने दुकानें बंद करवा दी है। संजौली में ज्यादातर रेहड़ी फहड़ी वाले विशेष समुदाय से हैं और ऐसे में रविवार के बाद से यहां पर इनकी दुकानें बंद हैं।
इस पूरे विवाद को लेकर सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू का भी बयान आया है। सीएम ने कहा कि प्रदेश में सभी नागरिक एक समान हैं। प्रदेश में सभी धर्मों का सम्मान है और जो भी कानून अपने हाथ में लेगा, उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि शहरी विकास मंत्री ने भी बयान दिया है, जो हिमाचल आएगा और जो यहां रह रहे हैं, सभी कानून से बंधे हैं। प्रदर्शन शांतिपूर्ण हो और कानून न तोड़ने की इजाजत किसी को भी नहीं है।
वहीं हिमाचल प्रदेश के मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि लंबे समय से संजौली में मस्जिद बनाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। जहां तक ढांचागत अवैधता का सवाल है, सरकार कार्रवाई कर रही है। चूंकि यह मामला शिमला नगर निगम आयुक्त के अधीन है, इसलिए यह विचाराधीन है और लंबे समय से वहां लंबित है। अगर यह अवैध है तो इसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और हिमाचल प्रदेश के लोगों के लिए अप्रवासी चिंता का विषय है। कुछ समुदाय बाहर से हिमाचल में आए हैं, खासकर उत्तर प्रदेश से और यहां कुछ कानून व्यवस्था की समस्याएं भी पैदा हुई हैं लेकिन पुलिस उस पर कार्रवाई कर रही है। सीएम ने डीजीपी और एसपी को सख्त आदेश दिए हैं। किसी भी तरह की अप्रिय गतिविधि को रोकने और माहौल को खराब न होने देने के लिए पुलिस पूरी तरह सतर्क है लेकिन हमें यह भी ध्यान रखना होगा कि किसी की भावनाओं को ठेस न पहुंचे। इसमें कोई संदेह नहीं है कि कांग्रेस सरकार ने यहां मंदिरों के रखरखाव और पुनर्निर्माण के लिए करोड़ों रुपये दिए हैं लेकिन हमारे लिए राज्य और सभी में संतुलन बनाए रखना भी बहुत महत्वपूर्ण है, चाहे वे हिंदू हों, ईसाई हों, मुस्लिम हों, बौद्ध हों या अल्पसंख्यक हों।