पोस्टर वार! अब अखिलेश ने लगाए पोस्टर- 'गंगा-जमुनी तहजीब को न ही बंटने देंगे, न ही समाज की एकता को काटने देंगे'
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की 9 विधानसभा सीटों के उपचुनाव होने वाले हैं। इस समय सभी पार्टियां चुनावी रैली में लगी हुई हैं। चुनावी रैली के दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नारे 'बटेंगे तो कटेंगे' ने सियासी बवाल मचा रखा है। इस नारे ने हाल ही में हरियाणा चुनाव में रंग दिखाया है। अब महाराष्ट्र, झारखंड में भी इसकी गूंज सुनाई पड़नी शुरू हो गई है।
वहीं अब समाजवादी पार्टी ने 'बटेंगे तो कटेंगे'के नारे का जवाब दिया है। लखनऊ में पार्टी कार्यालय के बाहर समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव के पोस्टर लगाए गए हैं, जिन पर लिखा है कि 'गंगा-जमुनी तहजीब को न ही बंटने देंगे, न ही समाज की एकता को काटने देंगे'।
सीएम योगी के बयान 'बटेंगे तो कटेंगे' पर अखिलेश यादव ने पलटवार भी किया था। उन्होंने कहा था कि सीएम योगी का ‘नकारात्मक-नारा' उनकी निराशा-नाकामी का प्रतीक है। इस नारे ने साबित कर दिया है कि उनके जो गिनती के 10% मतदाता बचे हैं अब वो भी खिसकने के कगार पर हैं, इसीलिए ये उनको डराकर एक करने की कोशिश में जुटे हैं लेकिन ऐसा कुछ होनेवाला नहीं है। ‘नकारात्मक-नारे' का असर भी नकारात्मक होता है। इस ‘निराश-नारे' के आने के बाद उनके बचे-खुचे समर्थक ये सोचकर और भी निराश हैं कि जिन्हें हम ताकतवर समझ रहे थे, वो तो सत्ता में रहकर भी कमजोरी की ही बातें कर रहे हैं। जिस ‘आदर्श राज्य' की कल्पना हमारे देश में की जाती है, उसके आधार में ‘अभय' होता है ना की ‘भय'। ये भी सच है कि ‘भयभीत' ही ‘भय' बेचता है क्योंकि जिसके पास जो होगा, वो वही तो बेचेगा"।
इससे पहले सीएम योगी के बयान पर AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी की भी प्रतिक्रिया आई थी। उन्होंने कहा कि सीएम योगी समाज को विभाजित कर रहे हैं। वो जानते हैं कि बीजेपी उन्हें हटाना चाहती है इसलिए वे ऐसा बयान देकर मुसलमानों को निशाना बना रहे हैं।