दिल्ली एयरपोर्ट हादसे को लेकर सियासत जारी! कांग्रेस समेत अन्य पार्टियों ने मोदी सरकार को ठहराया जिम्मेदार

Update: 2024-06-28 08:46 GMT

 नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में शुक्रवार तड़के भारी बारिश हुई। इसके चलते इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट के टर्मिनल-1 की छत की हिस्सा गिर गया। इस घटना में एक शख्स की मौत हो गई है और छह लोग घायल हैं। इस घटना के बाद केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू मौके पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ने दुर्घटना में जान गंवाने वालों के लिए 20 लाख रुपए और घायलों के लिए 3 लाख रुपए के मुआवजे की घोषणा की है।

वहीं अब इस घटना को लेकर सियासत शुरू हो गई है और इसके निर्माण पर मोदी सरकार पर सवाल खड़ा किया जा रहा है। प्रियंका गांधी ने इस घटना को लेकर प्रधानमंत्री पर हमला किया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर कहा कि मार्च में प्रधानमंत्री ने दिल्ली एयरपोर्ट टर्मिनल-1 का उद्घाटन किया था, आज उसकी छत ढह गई जिसमें एक कैब ड्राइवर की दुखद मृत्यु हो गई। तीन महीने पहले प्रधानमंत्री ने जिस जबलपुर एयरपोर्ट का उद्घाटन किया था, उसकी भी छत ढह गई। अयोध्या में निर्माण कार्यों के खस्ताहाल पर पूरा देश दुखी है। यह भाजपा का "चंदा लो और धंधा दो" का भ्रष्टाचारी मॉडल है जिससे अब पर्दा उठ चुका है। सवाल यह है कि प्रधान उद्घाटन मंत्री जी क्या इन घटिया निर्माण कार्यों और इस भ्रष्टाचारी मॉडल की जिम्मेदारी लेंगे?

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकाअर्जुन ने मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि मोदी सरकार के पिछले 10 वर्षों में घटिया बुनियादी ढांचे के ताश के पत्तों की तरह ढहने के लिए भ्रष्टाचार और आपराधिक लापरवाही जिम्मेदार है। साथ ही उन्होंने भाजपा के "विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचे" के निर्माण के बड़े-बड़े दावों को उजागर करते हुए पहले कि कई घटनाओं को सूचीबद्ध किया है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि 10 मार्च को जब मोदी जी ने दिल्ली एरिपोर्ट टी1 का उद्घाटन किया तो उन्होंने खुद को "दूसरी मिट्टी का इंसान" कहा। यह सारी झूठी वाहवाही और बयानबाजी केवल चुनाव से पहले रिबन काटने के समारोहों में शामिल होने के लिए आरक्षित थी। दिल्ली हवाई अड्डे की त्रासदी के पीड़ितों के प्रति हमारी हार्दिक संवेदना। उन्होंने एक भ्रष्ट, अयोग्य और स्वार्थी सरकार का खामियाजा भुगता।

कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला ने कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। हाल ही में एयरपोर्ट का निर्माण हुआ है। अगर पहली ही बारिश में ये हालत है, इसका मतलब निर्माण कार्य बहुत खराब स्तर का है। सरकार को तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए और यात्रियों की सुरक्षा का प्रबंध करना चाहिए।

शिवसेना(यूबीटी) की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि यह देखकर बेहद दुख हुआ है कि जनता के पैसों से जनता के लिए जो इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किए जाते हैं और उसे जनता की सुरक्षा को ध्यान में रखकर बनाया जाएगा, आज वही चीजें गिर रही हैं और एक व्यक्ति की मृत्यु हुई है। जल्दबाजी में जो काम होते हैं यह उसका एक उदाहरण है। किसने कब इसे बनाया इस समय वह जरूरी नहीं बल्कि एयरपोर्ट ऑथरिटी, जिन्हें पैसे दिए गए और उनसे सुरक्षा के विषय में पूछना चाहिए। अगर यह 2009 में भी तैयार हुआ था तो 100 साल चलना चाहिए था।


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