PM मोदी बोले- 70 साल आदिवासियों के लिए कुछ नहीं हुआ, आयुष्मान कार्ड यानी मोदी की गारंटी

Update: 2023-07-01 11:28 GMT

 पीएम मोदी शनिवार को जबलपुर होकर शहडोल के लालपुर पहुंचे। वहां राष्ट्रीय सिकल सेल उन्मूलन मिशन का शुभारंभ किया। साथ ही रानी दुर्गावती गौरव दिवस समारोह का समापन किया।  इसके बाद प्रधानमंत्री ने मंच से कहा  कि झूठी गारंटी देने वालों से सावधान रहना है। जिन लोगों की अपनी कोई गारंटी नहीं है, वह लोग आपके पास गारंटी वाली नई-नई स्कीम ला रहे हैं। उनकी गारंटी में छिपे खोट को पहचान लीजिए। झूठी गारंटी के नाम पर उनके धोखे के खेल को भांप लीजिए। जब मुफ्त बिजली की गारंटी देते हैं तो इसकी गारंटी है कि बिजली के दाम बढ़ने वाले हैं। मुफ्त सफर की गारंटी देते हैं तो सफर महंगा होने वाला है। पेंशन की गारंटी देते हैं तो तय है कि सैलरी भी नहीं मिल सकेगी। सस्ता पेट्रोल देने की गारंटी देते हैं तो इसका मतलब है कि टैक्स बढ़ाने वाले हैं। इनकी रोजगार की गारंटी का मतलब है कि उद्योग-धंधे चौपट होने वाले हैं। कांग्रेस की गारंटी यानी नीयत में खोट, गरीब को चोट। वह लोग 70 साल से गरीब को भरपेट भोजन दे नहीं सके। हमने 70 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन दिया है। 70 साल से स्वास्थ्य सेवाएं नहीं दे सके, हमने पांच लाख रुपये का बीमा दिया है।

विपक्षी एकजुटता पर भी पीएम ने निशाना साधा

मोदी ने कहा कि जो साथ आने का वादा कर रहे हैं, वह हमेशा से एक-दूसरे को पानी पी-पीकर कोसते रहे हैं। विपक्षी एकजुटता की गारंटी नहीं है। यह परिवारवादी पार्टियां अपने परिवारों का भला चाहती है। उनका साथ आना सामान्य परिवारों को आगे ले जाने की गारंटी नहीं है। जो घोटालों के आरोपों में सजा काट रहे हैं, वह एक मंच पर दिख रहे हैं। भ्रष्टाचार मुक्त शासन की गारंटी नहीं है। वह एक सुर में देश विरोधी बयान दे रहे हैं। आपको कांग्रेस समेत हर राजनीतिक दल की गारंटी से सतर्क रहना है। झूठी गारंटी देने वालों का रवैया आदिवासियों के खिलाफ रहा है। जनजातीय समाज के लोगों को भाषा की चुनौती आती थी। अब नई शिक्षा नीति में इस समस्या को दूर किया गया है। झूठी गारंटी देने वाले राष्ट्रीय शिक्षा नीति का विरोध कर रहे हैं। वह नहीं चाहते कि आदिवासी भाई-बहनों के बच्चे अपनी भाषा में पढ़ाई कर सके। उन्हें पता है कि अगर यह लोग पढ़ गए तो उनकी वोटबैंक की सियासत चौपट हो जाएगी।

  70 साल सरकारों ने आदिवासियों की चिंता ही नहीं की

मोदी ने कहा कि सिकल सेल एनीमिया जैसी बीमारी बहुत कष्टदायी होती है। इसके मरीजों के जोड़ों में हमेशा दर्द रहता है। शरीर में सूजन, थकावट रहती है। पीठ, पैर और सीने में असहनीय दर्द महसूस होता है। सांस फूलती है। लंबे समय तक दर्द सहने वाले मरीज के शरीर के अंदरुनी अंग भी क्षतिग्रस्त होने लगते हैं। यह बीमारी परिवारों को भी बिखेर देती है। यह बीमारी न हवा से होती है और न पानी से। यह न भोजन से फैलती है, बल्कि माता-पिता से ही बच्चे में आ सकती है। जो बच्चे इस बीमारी के साथ जन्म लेते हैं, वह पूरी जिंदगी इससे जूझते रहते हैं। पूरी दुनिया में इसके जितने मामले हैं, उनमें से आधे अकेले हमारे देश में होते हैं। दुर्भाग्य है कि 70 साल में कभी इसकी चिंता नहीं हुई। इससे निपटने के लिए कोई ठोस प्लान नहीं बनाया गया। प्रभावित लोग आदिवासी समाज के थे, उनके प्रति बेरुखी के चलते पहले की सरकारों के लिए यह कोई मुद्दा नहीं था। इस चुनौती को हल करने का बीड़ा भाजपा की सरकार ने उठाया है। हमारे लिए आदिवासी समाज सिर्फ एक सरकारी आंकड़ा नहीं है। यह संवेदनशील विषय है।

2025 तक टीबी को जड़ से खत्म करेंगे

मोदी ने यह भी कहा कि कई बीमारियों को हमने कम किया है। टीबी को 2025 तक खत्म करना है। कालाजार के 11 हजार मामले सामने आए थे। आज यह घटकर एक हजार से भी कम रह गए थे। 2013 में मलेरिया में दस लाख मामले थे। 2022 में दो लाख से कम रह गए हैं। कुष्ट रोग, दिमागी बुखार के मरीजों की संख्या भी तेजी से घटे हैं। यह सिर्फ आंकड़े नहीं हैं। जब बीमारी कम होती है तो लोग दुख, संकट और मृत्यु से भी बचते हैं। बीमारियों पर खर्च कम हो, इसके लिए आयुष्मान भारत योजना लाए हैं। लोगों पर बोझ कम हुआ है। मध्य प्रदेश में एक करोड़ लोगों को आयुष्मान कार्ड दिए गए हैं। अगर किसी गरीब को कभी अस्पताल जाना पड़ा तो यह कार्ड उसकी जेब में पांच लाख रुपये के एटीएम कार्ड का काम करेगा। आप याद रखियेगा, आपको जो कार्ड मिला है, अस्पताल में उसकी कीमत पांच लाख रुपये के बराबर है। कार्ड होगा तो कोई आपसे पैसे नहीं मांगेगा, इलाज से मना नहीं करेगा। आपको देश के किसी भी जगह दिक्कत आई तो मोदी की गारंटी दिखा देना, आपको इलाज मिलेगा। आयुष्मान कार्ड गरीब के इलाज के लिए पांच लाख रुपये की गारंटी है और यह मोदी की गारंटी है। देशभर में आयुष्मान योजना के तहत अस्पतालों में पांच करोड़ गरीबों का इलाज हो चुका है। आयुष्मान भारत का कार्ड नहीं होता तो इन गरीबों को एक लाख करोड़ रुपये से अधिक खर्च कर बीमारी का उपचार कराना होता। इनमें से कितने ही लोग ऐसे होंगे, जिन्होंने जिंदगी की उम्मीद भी छोड़ दी होगी। कितने परिवार ऐसे होंगे, जिन्हें इलाज के लिए खेती या घर बेचना पड़ता। हमारी सरकार ऐसे हर मुश्किल मौके पर गरीब के साथ खड़ी नजर आई है। पांच लाख रुपये का यह आयुष्मान योजना, गारंटी कार्ड, गरीब की सबसे बड़ी चिंता दूर करने की गारंटी है। आज तक किसी गरीब को किसी ने पांच लाख रुपये की गारंटी नहीं दी। मोदी ने आपको यह कार्ड दिया है, जो पांच लाख रुपये की गारंटी है। 

मोदी ने कहा- रानी दुर्गावती की प्रेरणा से बनाया अभियान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जय सेवा जय जौहार। आज मुझे रानी दुर्गावती जी की इस पावन धरती पर आप सभी के बीच आने का सौभाग्य मिला है। मैं रानी दुर्गावती जी के चरणों में अपनी श्रद्धांजलि समर्पित करता हूं। उनकी प्रेरणा से आज सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन, एक बहुत बड़े अभियान की शुरुआत हो रही है। आज ही मध्य प्रदेश में एक करोड़ लाभार्थियों को आयुष्मान कार्ड भी दिए जा रहे हैं। इन दोनों ही प्रयासों के सबसे बड़े लाभार्थी हमारे गोंड समाज, भील समाज, या अन्य हमारे आदिवासी समाज के लोग हैं। मैं आप सभी को मध्य प्रदेश की डबल इंजन सरकार को बधाई देता हूं। हमारा देश के आदिवासी भाई-बहनों को सुरक्षित बनाने का संकल्प है। यह संकल्प है हर साल सिकल सेल एनीमिया की गिरफ्त में आने वाले ढाई लाख बच्चे और ढाई लाख परिवारों का जीवन बचाने का। मैंने देश के अलग-अलग इलाकों में आदिवासी समाज के बीच एक लंबा समय गुजारा है।



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