पीएम मोदी ने स्वास्थ्य क्षेत्र में 12,850 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का किया शिलान्यास, दिल्ली और प.बंगाल के बुजुर्गों से मांगी माफी, जानें क्यों?
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंन्द्र मोदी ने लगभग 12,850 करोड़ रुपये की लागत वाली स्वास्थ्य क्षेत्र से संबंधित विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। इस दौरान उनके साथ स्वाथ्य मंत्री जेपी नड्डा और खेल मंत्री डॉ मनसुख मांडविया मौजूद रहें।
परियोजनाओं का शिलान्यास करने के बाद पीएम मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि सौभाग्य और स्वास्थ्य के उत्सव का दिन धनतेरस सिर्फ एक उत्सव नहीं है। यह भारतीय संस्कृति के जीवन दर्शन का प्रतीक है। हमारे ऋषियों ने कहा है कि स्वास्थ्य ही परम सौभाग्य और परम धन है। यह प्राचीन विचार आज आयुर्वेद दिवस के रूप में पूरे विश्व में फैल रहा है। हम सभी के लिए आज खुशी की बात है कि आयुर्वेद दिवस 150 से अधिक देशों में मनाया जा रहा है।
अयोध्या में 500 साल बाद प्राण प्रतिष्ठा के बाद मनाई जाएंगी दिवाली
उन्होंने आगे कहा कि यह दिवाली ऐतिहासिक है, 500 साल बाद ऐसा अवसर आया है जब अयोध्या में रामलला की जन्मभूमि पर बनने वाले मंदिर में हजारों दीये जलाए जाएंगे। यह एक अद्भुत उत्सव होगा। यह ऐसी दीपावली होगी जब हमारे राम एक बार फिर अपने घर आए हैं। इस बार 500 साल के बाद यह इंतजार पूरा हुआ है।
दिल्ली-पश्चिम बंगाल ने नहीं लागू की आयुष्मान योजना
पीएम मोदी ने अरविंद केजरीवाल और सीएम ममता पर निशाना साधते हुए कहा कि मैं दिल्ली के 70 वर्ष से अधिक आयु के सभी बुजुर्गों से और पश्चिम बंगाल के 70 वर्ष से अधिक आयु के सभी बुजुर्गों से क्षमा मांगता हूं कि मैं आपकी सेवा नहीं कर पाऊंगा। मैं उनसे क्षमा मांगता हूं कि मैं जानूंगा कि आप कैसे हैं, मैं जानकारी प्राप्त करूंगा लेकिन मैं आपकी मदद नहीं कर पाऊंगा और इसका कारण यह है कि दिल्ली में सरकार और पश्चिम बंगाल में सरकार इस आयुष्मान योजना से जुड़ नहीं रही है। अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए अपने ही राज्य के बीमार लोगों पर अत्याचार करने की प्रवृत्ति किसी भी मानवीय दृष्टिकोण के खिलाफ है और इसलिए मैं पश्चिम बंगाल के बुजुर्गों से क्षमा मांगता हूं, मैं दिल्ली के बुजुर्गों से क्षमा मांगता हूं, मैं देश के लोगों की सेवा कर सकता हूं लेकिन राजनीतिक पेशे की दीवारें मुझे दिल्ली के बुजुर्गों की सेवा करने से रोक रही हैं।