96 की उम्र में पद्म विभूषण सम्मानित भारतीय संगीतकार और सारंगी वादक पंडित राम नारायण का निधन, दुनियाभर में बनाई पहचान

Update: 2024-11-09 07:33 GMT

नई दिल्ली । प्रसिद्ध भारतीय संगीतकार और सारंगी वादक पंडित राम नारायण के निधन की खबर सुनते ही संगीत जगत को गहरा झटका लगा। राम नारायण का निधन 96 वर्ष की आयु में 9 नवंबर, 2024 को हुआ।

96 उम्र में पद्म विभूषण सम्मानित भारतीय संगीतकार और सारंगी वादक पंडित राम नारायण का निधन, दुनियाभर में बनाई पहचान

राम नारायण जी का जन्म उत्तर पश्चिमी भारत के उदयपुर के पास आमेर गांव में 25 दिसंबर 1927 को हुआ था। वह भारतीय संगीत के ऐसे महान कलाकार थे जिन्होंने हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत में सारंगी को एकल वाद्ययंत्र के रूप में लोकप्रिय बनाया और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहले सफल सारंगी वादक बने। राम नारायण को उनके पिता ने सारंगी बजाना सिखाया था, बाद में जयपुर के प्रसिद्ध सारंगी वादक महबूब खान से भी उन्होंने सारंगी की शिक्षा ली।

पद्म विभूषण से सम्मानित

राम नारायण जी को भारतीय संगीत में उनके योगदान के लिए कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। 1956 में राम नारायण सोलो आर्टिस्ट के रूप में पहचान बनाने के बाद उन्होंने भारत के प्रमुख संगीत समारोहों में अपनी प्रस्तुति दी। इसके बाद उन्होंने कई एल्बम भी रिकॉर्ड किए। 1964 में उन्होंने अपने बड़े भाई चतुरलाल के साथ अमेरिका और यूरोप का पहला अंतरराष्ट्रीय दौरा किया।

राम नारायण ने भारतीय और विदेशी छात्रों को संगीत की शिक्षा दी और 2000 के दशक में वे अक्सर भारत से बाहर प्रदर्शन करने जाते थे। उन्हें 2005 में भारत के दूसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया।

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