चुनाव की तारीख बदलने को लेकर विपक्ष ने केंद्र सरकार को घेरा, कहा- इससे भाजपा की कमजोरी पता चलती है
नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने शनिवार को हरियाणा चुनाव की तारीख बदल दी है। वहीं जम्मू-कश्मीर और हरियाणा दोनों राज्यों की मतगणना की तारीख भी बदली गई है। विधानसभा चुनावों की मतगणना अब 4 अक्टूबर की जगह 8 अक्टूबर को होगी। चुनाव आयोग की तरफ से इसको लेकर बयान पर सियासी घमासान शुरू हो गया है और विपक्ष के लोगों ने केंद्र सरकार को घेरना शुरू कर दिया है।
दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री और AAP नेता मनीष सिसोदिया ने कहा कि भाजपा चाहें चुनाव रद्द करवा लें, आगे बढ़वा लें या कुछ और करवा लें लेकिन भाजपा तो इस बार हारेगी ही। लोकसभा चुनाव के बाद से भाजपा की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है। भाजपा इस बार भी बहुत बुरी तरह से हारेगी। जनता उन्हें नकारना शुरू कर चुकी है।
JKPCC अध्यक्ष तारिक हमीद कर्रा ने कहा कि क्या चुनाव आयोग को पता नहीं था कि कोई त्यौहार है। चुनाव आयोग सब कुछ देखने के बाद ही कोई निश्चित तारीख देता है। इससे चुनाव आयोग की क्षमता पर सवालिया निशान लगता है कि क्या उन्हें अब तक पता नहीं था कि कोई त्यौहार है। कल क्या वे ईद या दिवाली को भी नज़रअंदाज़ करेंगे, यह एक संदिग्ध बात है।
कांग्रेस सांसद कुमारी शैलजा ने कहा कि चुनाव आयोग पर हम क्या ही टिप्पणी करें। यह तो भाजपा की कमजोरी को बताता है। जो 10 साल की लंबी रेस नहीं जीत पाए वो 5 दिनों में क्या कर लेंगे। कांग्रेस के सिपाही जमीन पर टिके हुए हैं। 90 की 90 सीटों पर हमारी नजर है। हम हर सीट को जीतने की कोशिश करेंगे।