किरेन रिजिजू के बयान पर विपक्ष का पलटवार, कहा- बजट में कुछ नहीं है जिस पर चर्चा की जाए

Update: 2024-07-25 08:01 GMT

नई दिल्ली। केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को बजट पेश की जिसके बाद विपक्ष सरकार पर हमलावर है। इसे लेकर संसद में हंगामा भी किया जा रहा है। वहीं इस मामले को लेकर केन्द्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने विपक्ष की आलोचना करते हुए कहा कि विपक्ष ने सिर्फ गाली गलौज देने का काम किया है। वहीं अब किरेन रिजिजू के इस बयान पर राजनीति शुरू हो गई है। पप्पू यादव का कहना है कि इस बजट में कुछ नही है जिस पर चर्चा की जाए।

निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने कहा कि यह लोग अपने ही बजट को देख लें। इस बजट में कुछ है ही नहीं। स्वास्थ्य के लिए नहीं है, मनरेगा के लिए कुछ नहीं है, MSP के लिए कुछ नहीं है, OBC-ST और SC के लिए कुछ नहीं है तो बजट पर क्या चर्चा करेंगे। सदन में जैसे को तैसा होगा। भाजपा को बहुमत नहीं मिला है बस भाजपा जबरदस्ती बहुमत लिया है।

केन्द्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू के बयान पर कांग्रेस सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि यह बजट प्रधानमंत्री का ही है। उन्हीं का कैबिनेट है तो जिम्मेदारी उन्हीं की है। स्वाभाविक रूप से उन्हें विपक्ष घेरेगा और प्रमुख विपक्षी पार्टी होने के नाते हम आवाज तो उठाएंगे।

बता दें संसद सत्र शुरू होने से पहले केन्द्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने विपक्ष पर हमला करते हुए कहा था कि ये मॉनसून सत्र है और एक तरीके से ये बजट सत्र ही है। इस सत्र में जो बजट पेश किया गया, कल बजट पर चर्चा का पहला दिन था। देश देखना चाहता है कि बजट पर अच्छी चर्चा हो सार्थक चर्चा हो लेकिन कल विपक्ष के कुछ नेताओं ने जिस तरीके से बजट पर बात की और जैसा भाषण दिया है वो बजट सत्र की गरिमा को गिरा कर इन्होंने सदन का अपमान किया है।

कल विपक्ष ने बजट पर कुछ नहीं कहा केवल राजनीति की है। दो चीजें विपक्ष ने कल की हैं, उन्होंने देश के जनादेश का अपमान किया है और PM को गाली देने का काम किया है। ये लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है। NDA के लोगों ने बजट के बारे में अच्छी तरह से सुझाव दिया। विपक्ष के लोगों ने बजट के अच्छे प्रावधान का जिक्र ना करते हुए केवल गाली देने का काम किया है। राजनीतिक बात करके पीएम को गाली देना किसी को शोभा नहीं देता है। मैं संसदीय कार्य मंत्री होने के नाते अपील करता हूं कि बजट सत्र में बजट पर चर्चा होनी चाहिए।

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