नीट पेपर लीक कांड की जांच में नया खुलासा! संजीव मुखिया ने सिकंदर को दिए थे पेपर, जानिए क्या एनटीए परीक्षा रद्द करने पर फैसला ले सकता है
नई दिल्ली। नीट पेपर लीक कांड में अब सबूत मिलने लगे हैं। जलाए गए प्रश्नपत्र और बुकलेट लेकर अपराध इकाई बिहार के प्रमुख नैयर हसनैन खान दिल्ली पहुंच चुके हैं। इस बीच ई ओ यू की जांच में आरोपी सिकंदर ने दावा किया है कि उसे प्रश्नपत्र नालंदा निवासी संजीव मुखिया ने दिया था। पुलिस ने इस कांड के दो आरोपी संजीव मुखिया और तेजस्वी यादव के पीए प्रीतम कुमार की तलाश तेज कर दी है। आज पटना पुलिस को प्रीतम कुमार की सोसायटी में घुसने नहीं दिया गया है। सूत्रों की मानें तो एनटीए इस जांच रिपोर्ट के आधार पर यह फैसला लेगा कि परीक्षा रद्द करना है या नहीं।
पुलिस को जला हुआ प्रश्नपत्र और बुकलेट नंबर 6136488 मिला है। दावा किया जा रहा है कि यह बुकलेट हजारीबाग के एक सेंटर का है। अब तक की जांच में यह स्पष्ट हो गया है कि नूरसराय महाविद्यालय का कर्मी संजीव मुखिया ही पेपर लीक करने वाले गिरोह का का मास्टरमाइंड है। पुलिस आरोपी संजीव की तलाश में भी जुट गई है। संजीव पर आरोप है कि उसे एक प्रोफेसर ने वाट्सएप पर प्रश्नपत्र भेजा था। इस पश्नपत्र को पटना और रांची के मेडिकल स्टूडेंट्स की सहायता से हल करवाया गया था। इसके पश्नपत्र को उत्तर के साथ पांच मई की सुबह करायपुरसुराय के चिंटू उर्फ बलदेव के मोबाइल पर भेजा गया था। चिंटू की मदद से पिंटू ने इसका प्रिंट निकलवाया। इसके बाद पटना के एक प्ले स्कूल में ठहराए गए करीब 20-25 अभ्यर्थियों को इस प्रश्नोत्तर को रटने के लिए भेज दिया। पुलिस ने एकंगरसराय प्रखंड में छापेमारी कर एक व्यक्ति को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।
तो वहीं उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने तेजस्वी यादव के पीएम प्रीतम कुमार की सिफारिश पर निलंबित जूनियर इंजीनियर सिकंदर यादवेंदु के साले के बेटे अनुराग को जिम्मेदार ठहराया है। इसके बाद से मामले में नया मोड़ आ गया है। बिहार पुलिस की जांच टीम भी प्रीतम से पूछताछ कर सकती है। वहीं जांच एजेंसी ने नालंदा पुलिस को नोटिस भेजकर संजीव मुखिया को गिरफ्तार करने के लिए कहा है। नालंदा पुलिस ने संजीव मुखिया के घर छापेमारी की लेकिन वह फरार था। पुलिस संजीव के अलावा राकेश रंजन, चिंटू, पिंटू, आशुतोष समेत कई लोगों की तलाश में छापेमारी कर रही है।