पीएम मोदी ने प्राकृतिक आपदा को लेकर जताई चिंता, कहा- सबसे पहले छोटे द्वीपों को साथ लाना जरूरी
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली में कहा कि कि यह खुशी की बात है कि सीडीआरआई का ध्यान वैश्विक दक्षिण पर भी है। भारत की जी20 अध्यक्षता के दौरान एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया था। इस दौरान नई आपदा निपटने के लिए कार्य समूह बनाया गया था। सीडीआरआई के विकास के साथ-साथ, ऐसे कदम दुनिया को एक लचीले भविष्य की ओर ले जाएंगे।
पीएम मोदी ने आगे कहा कि साझा लचीलापन हासिल करने के लिए हमें सबसे कमजोर द्वीपों का समर्थन करना चाहिए। उदाहरण के लिए छोटे द्वीप विकासशील राज्यों में आपदाओं का खतरा अधिक है। सीडीआरआई का एक कार्यक्रम है जो 13 ऐसे स्थानों में परियोजनाओं को वित्त पोषित कर रहा है। लचीले आवास में डोमिनिका, पापुआ न्यू गिनी में लचीला परिवहन नेटवर्क और डोमिनिकन गणराज्य और फिजी में उन्नत प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली इसके कुछ उदाहरण हैं।
उन्होंने कहा कि प्रकृति और आपदाओं की कोई सीमा नहीं होती। अत्यधिक परस्पर जुड़ी दुनिया में, आपदाएँ और व्यवधान व्यापक प्रभाव पैदा करते हैं। विश्व सामूहिक रूप से तभी लचीला हो सकता है जब प्रत्येक देश व्यक्तिगत रूप से लचीला हो। साझा जोखिमों के कारण साझा लचीलापन महत्वपूर्ण है। सीडीआरआई और यह सम्मेलन हमें इस सामूहिक मिशन के लिए एक साथ आने में मदद करते हैं।