पैरासिटामॉल समेत 50 से ज्यादा दवाएं क्वालिटी टेस्ट में फेल, जानें कौन-सी दवाएं है इस लिस्ट में शामिल

Update: 2024-09-26 08:13 GMT

नई दिल्ली। केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) ने 53 दवाओं को क्वालिटी टेस्ट में फेल कर दिया है। इनमें बीपी, डायबिटीज और विटामिन की कुछ दवाएं भी शामिल हैं। इनमें दर्द को दूर करने वाली दवा डिक्लोफेनेक, बुखार उतारने वाली दवा पैरासिटामोल, एंटीफंगल मेडिसिन फ्लुकोनाजोल और कुछ विटामिन की भी दवाएं हैं। ये दवाएं देश की कई बड़ी फार्मास्युटिक्लस कंपनी बनाती हैं। क्वालिटी टेस्ट में ये मेडिसन फेल हो गई है और उनको सेहत के लिए खतरनाक बताया गया है।

सीडीएसओ ने 53 दवाओं को टेस्ट में फेल किया है लेकिन 48 दवाओं की ही लिस्ट जारी किया है। इसका कारण यह है कि पांच दवा बनाने वाली कंपनियों का कहना है कि ये उनकी दवा नहीं है। केवल उनकी कंपनी के नाम से नकली दवा बाजार में बेची जा रही है। जो दवाएं फेल की गई हैं उनमें सनफार्मा द्वारा निर्मित पैन्टोसिड टैबलेट भी है। यह दवा एसिड रिफ्लक्स के उपचार के लिए उपयोग किया जाता है। कैल्शियम और विटामिन डी की गोली- शेल्कल और पल्मोसिल इंजेक्शन, जो हाई बीपी के उपचार के लिए उपयोग की जाती है, यह भी टेस्ट में फेल रही है। एल्केम हेल्थ साइंस की एंटीबायोटिक्स क्लैवम 625 दवा परीक्षण में फेल रही। हालांकि कुछ दवा कंपनियों ने भी दावा किया है कि सीडीएसओ की ओर से दवाओं के चिह्नित बैच नकली हैं और उनके द्वारा निर्मित नहीं हैं।

केंद्र सरकार की ओर से जारी आदेश के मुताबिक ग्लूकोएमाइलेज, पेक्टिनेज, एमाइलेज, प्रोटीएज,अल्फा गैलेक्टोसिडेज, सेल्युलेस, लाइपेज, ब्रोमेलैन, जाइलेनस, हेमिकेल्यूलेस, लैक्टेज, बीटा-ग्लूकोनेज, माल्ट डायस्टेज, इनवर्टेज और पापेन के इस्तेमाल से लोगों को खतरा होने की आशंका है। जो दवाएं फेल की गई हैं उनमें हेयर ट्रीटमेंट के लिए एंटीपैरासिटिक दवाएं भी शामिल हैं। सरकार ने लोगों को सलाह दी है कि इन दवाओं के स्थान पर दूसरी दवा का प्रयोग करें।

Tags:    

Similar News