रामलीला मैदान में किसानों की महापंचायत आज, ट्रैफिक एडवाइजरी जारी; ये रूट डायवर्ट
दिल्ली के रामलीला मैदान में 14 मार्च को होने वाली किसानों की महापंचायत को लेकर ट्रैफिक पुलिस ने एडवाइजरी जारी कर दी है।
एमएसपी समेत कई मांगों को लेकर किसान दिल्ली में 14 मार्च को महापंचायत कर रहे हैं। महापंचायत दिल्ली के रामलीला मैदान में होगी। महापंचायत को पहले ही मंजूरी मिल चुकी है और बुधवार को दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने एडवाइजरी जारी कर दी है।
ट्रैफिक एडवाइजरी में कहा गया है कि 14 मार्च 2024 को रामलीला मैदान, जवाहर लाल नेहरू मार्ग पर किसान महापंचायत होने वाली है। जवाहर लाल नेहरू मार्ग स्थित रामलीला मैदान में किसानों की महापंचायत को देखते हुए कई मार्गों पर जाम लग सकता है और कई मार्गों को डायवर्ट किया गया है। विरोध प्रदर्शन में भारी संख्या में किसानों के शामिल होने की उम्मीद है।
ये मार्ग रहेंगे प्रभावित
दिल्ली के रामलीला मैदान के आसपास सुबह छह बजे से लेकर शाम चार बजे तक आवाजाही प्रभावित रहेगी।
जवाहर लाल नेहरू मार्ग
बहादुर शाह जफर मार्ग
आसफ़ अली रोड
स्वामी विवेकानन्द मार्ग
नेता जी सुभाष मार्ग
मिंटो रोड
महाराजा रणजीत सिंह फ्लाईओवर
भवभूति मार्ग
चमन लाल मार्ग
बाराखंभा रोड
टॉलस्टॉय मार्ग
जय सिंह रोड
संसद मार्ग
बाबा खड़क सिंह मार्ग
अशोक रोड
कनॉट सर्कस
डीडीयू मार्ग
इन मार्गों पर रहेगा डायवर्जन
सुबह छह बजे से दिल्ली की इन सड़कों पर यातायात डायवर्ट रहेगा।
दिल्ली गेट
मीर दर्द चौक
अजमेरी गेट चौक
गुरु नानक चौक
आर/कमला मार्केट
पहाड़गंज चौक और निवासी झंडेवालान
बाराखंभा रोड से गुरु नानक चौक तक महाराजा रणजीत सिंह फ्लाईओवर।
बाराखंभा रोड/टॉल्स्टॉय रोड क्रॉसिंग
जनपथ रोड/टॉल्स्टॉय मार्ग चौराहा
टॉलस्टॉय रोड/केजी मार्ग क्रॉसिंग
आर/ए जीपीओ
जानकारी के लिए बता दें कि ऑल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन की ओर से 14 मार्च को दिल्ली के रामलीला मैदान में महापंचायत का आयोजन हो रहा है। सभी फसलों की एमएसपी पर खरीद की गारंटी का कानून बनाने, बिजली संशोधन बिल 2023 व प्रीपेड मीटर स्कीम वापस लेने, ओलावृष्टि से बर्बाद हुई फसलों का 50 हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा देने की मांग की जाएगी।
किसानों की अन्य मांग भी इस महापंचायत में उठाई जाएगी। महापंचायत को सफल बनाने के लिए संगठन के कार्यकर्ता अपने-अपने क्षेत्र के गांव-गांव जा रहे हैं तथा लोगों को पंचायत में भाग लेने का निमंत्रण दे रहे हैं। किसान संगठनों की अपील है कि ज्यादा से ज्यादा संख्या में किसान यहां पहुंचे।