संविधान पर जेपी नड्डा का बयान! कमल से मिली प्रेरणा, लोकतंत्र को मजबूत करने की प्रतिबद्धता
नई दिल्ली। राज्यसभा में संविधान पर चर्चा के दौरान केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने संविधान की मूल प्रति का संदर्भ देते हुए कहा कि इसमें अजंता और एलोरा की गुफाओं की छाप थी। उन्होंने कहा, "संविधान में कमल का प्रतीक हमें यह सिखाता है कि कीचड़ और दलदल से निकलकर, तमाम चुनौतियों के बावजूद, हम आजादी की लड़ाई लड़ते हुए एक नई सुबह और नए संविधान के साथ खड़े हुए। यह हमें प्रेरणा देता है कि हम लोकतंत्र को मजबूत करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
नड्डा ने तत्कालीन गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल के योगदान को याद करते हुए कहा कि देश को एक करने की जिम्मेदारी सरदार पटेल को दी गई थी। लंबे समय बाद मैंने कांग्रेस की ओर से सरदार पटेल का नाम सुना है। उन्होंने 562 रियासतों को एक किया, जबकि जम्मू-कश्मीर का मामला तत्कालीन प्रधानमंत्री के लिए छोड़ दिया गया था। हम यह उत्सव संविधान के प्रति अपनी निष्ठा और प्रतिबद्धता को मजबूत करने के लिए मना रहे हैं। जैसा कि प्रधानमंत्री ने कहा है, भारत न केवल सबसे बड़ा लोकतंत्र है, बल्कि यह लोकतंत्र की जननी भी है। हमें राष्ट्रीय लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए इस अवसर का सदुपयोग करना चाहिए।