इराक ने इजराइल के सैन्य अड्डे पर किया ड्रोन हमला, दो सैनिकों की मौत, 20 से अधिक घायल
नई दिल्ली। इजराइली हमले में 27 सितंबर को मारे गए हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह को मौत के 7 दिन बाद सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया है। AFP के मुताबिक इजराइली हमले के डर से नसरल्लाह को सीक्रेट जगह पर दफनाया गया है। वहीं अब इजरायल रक्षा बल (आईडीएफ) ने कहा कि इराक की ओर से इजरायल के सैन्य अड्डे पर ड्रोन हमला किया गया। इसमें दो इजरायली सैनिकों की मौत हो गई। जबकि 20 से अधिक सैनिक घायल हुए।
आईडीएफ ने बताया कि हमले में गोलानी ब्रिगेड की 13वीं बटालियन में सिग्नल ऑफिसर कैडेट सार्जेंट डैनियल अवीव हैम सोफर और गोलानी ब्रिगेड की 13वीं बटालियन के आईटी विशेषज्ञ कॉर्पोरल ताल ड्रोर की मौत हो गई। आईडीएफ ने बताया कि जांच में सामने आया कि हमले में इराक से दो विस्फोटकों से लदे ड्रोन लॉन्च किए गए थे। इनमें से एक को हवाई सुरक्षा ने मार गिराया और दूसरे ने उत्तरी गोलान हाइट्स में एक सैन्य अड्डे पर हमला किया। हमले में दो शहीद सैनिकों के अलावा 24 अन्य घायल भी हुए। जिनमें दो गंभीर रूप से एक सामान्य और 21 मामूली रूप से घायल हैं।
बता दें आज खामेनेई ने नसरल्लाह के याद में ग्रैंड मस्जिद में भाषण देते हुए दुनिया के मुसलमानों को दुश्मन के खिलाफ एकजुट होने की अपील की। खामेनेई ने इजराइल का सामना करने के लिए अरब देशों से साथ आने की अपील की है। उन्होंने कहा कि इजराइल का खात्मा जरूरी है। खामेनेई ने कहा कि मंगलवार को इजराइल पर हुआ मिसाइल अटैक बहुत छोटी सजा थी। जरूरत पड़ी तो फिर हमला करेंगे।