भारत ने मालदीव को 30 बिलियन रुपए की दी सहायता! पीएम मोदी ने कहा- जल्द ही भारत और मालदीव UPI के जरिए जुड़ जाएंगे
नई दिल्ली। मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू इस समय भारत आए हुए हैं। उन्होंने आज पीएम मोदी के साथ हैदराबाद हाउस में बैठक की। द्विपक्षीय वार्ता भारत-मालदीव के संबंधों को मजबूत करने पर केंद्रित रहा। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि भारत मालदीव का सबसे करीबी पड़ोसी और घनिष्ठ मित्र है। मालदीव हमारी पड़ोस नीति और SAGAR विजन में महत्वपूर्ण स्थान रखता है।
उन्होंने कहा कि भारत ने हमेशा मालदीव के लिए प्रथम प्रतिक्रियाकर्ता की भूमिका निभाई है। भारत ने हमेशा एक पड़ोसी की जिम्मेदारियां निभाई हैं। हमने हमेशा मालदीव के लोगों की प्राथमिकताओं को तरजीह दी है। इस साल एसबीआई ने मालदीव के ट्रेजरी बेंच के 100 मिलियन डॉलर का रोलओवर किया। मालदीव की जरूरतों के मुताबिक 400 मिलियन डॉलर और 3000 करोड़ रुपये के करेंसी स्वैप समझौते पर भी हस्ताक्षर किए गए।
पीएम मोदी ने कहा कि कुछ दिन पहले मालदीव में RuPay कार्ड लॉन्च किया गया। आने वाले समय में भारत और मालदीव UPI के जरिए जुड़ जाएंगे। जलवायु परिवर्तन हमारे दोनों देशों के लिए एक बड़ी चुनौती है। इस संबंध में भारत सौर और ऊर्जा दक्षता के संबंध में अपने अनुभव मालदीव के साथ साझा करने के लिए तैयार है।
वहीं मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने कहा कि मैं 400 मिलियन अमेरिकी डॉलर के द्विपक्षीय मुद्रा विनिमय समझौते के अतिरिक्त 30 बिलियन भारतीय रुपए के रूप में सहायता प्रदान करने के भारत सरकार के निर्णय के लिए आभारी हूं, जो वर्तमान में हमारे सामने मौजूद विदेशी मुद्रा संबंधी मुद्दों के समाधान में सहायक होगा। भारत मालदीव के सामाजिक-आर्थिक और बुनियादी ढांचे के विकास में एक प्रमुख साझेदार है और जरूरत के समय में मालदीव के साथ खड़ा रहा है। मैं वर्षों से मालदीव को दी गई उदार सहायता और सहयोग के लिए प्रधानमंत्री मोदी, भारत सरकार और भारत के लोगों को धन्यवाद देना चाहता हूं।