हे छठी मैया ! इस बार नहीं लगा पाएंगे यमुना में डुबकी, कृत्रिम घाटों पर व्रतधारी देंगे अर्घ्य
नई दिल्ली। दिवाली के बाद से दिल्ली में प्रदूषण चरम पर है। आज दिल्ली में कई जगह पर प्रदूषण का भारी प्रभाव देखा गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार आज यानी सोमवार को दिल्ली का वायु गुणवत्ता 400 से अधिक रहा। वही यमुना में प्रदूषण काफी ज्यादा बढ़ा हुआ है। प्रदूषण का असर नदी में फैले झाग में दिख रहा है। इसके चलते इस बार छठ पूजा के व्रतधारी के लिए यमुना में डुबकी लगाना मुश्किल होगा। ऐसे में दिल्ली में जगह-जगह कृत्रिम घाट बनाए जा रहे हैं और इस बार कई लोग इन्हीं घाटों पर छठ पूजा करेंगे।
यमुना के प्रदूषित होने के कारण छठ व्रती डुबकी लगाकर अर्घ्य भी नहीं दे सकेंगे। अधिकतर घाटों को बांस के से घेर दिया गया है ताकि लोग और इसे और अधिक प्रदूषित नहीं कर सकें। यमुना के किनारे कृत्रिम घाटों का निर्माण किया गया है, ताकि व्रती अस्ताचलगामी और उदीयमान सूर्य को अर्घ्य दे सकें। इस बार भी यमुना के किनारे व्रत करने की छूट तो है लेकिन कई घाटों पर यमुना के जल में खड़े होकर अर्घ्य व्रती नहीं दे सकेंगे। आईटीओ समेत कई घाटों पर कृत्रिम जलाशय तैयार किया गया है। इसमें शुद्ध जल इकट्ठा किया गया है, इसी लोग पूजा अर्चना कर सकेंगे।