पोर्श कार क्रैश मामले में डॉक्‍टर ने बदल दिया ब्लड सैंपल, पुलिस ने किया बड़ा खुलासा, जानें पूरा मामला

Update: 2024-05-27 07:08 GMT

पुणे। पोर्श कार क्रैश मामले में पुणे पुलिस ने अपना एक्शन तेज कर दिया है। मामले में पुणे के ससून जनरल अस्पताल के दो डॉक्टरों को गिरफ्तार किया गया है। डॉक्टरों पर आरोप है कि दोनों ने खून के नमूनों में हेरफेर किया है ताकि आरोपी नाबालिग को बचाया जा सके। पुणे पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने कहा कि अभी भी कार्रवाई जारी है।

अधिकारी ने बताया कि पकड़े गए लोगों की पहचान डॉ.अजय तावरे और श्रीहरि हरनोर के रूप में की गई है। मामले की जांच फिलहाल क्राइम ब्रांच कर रही है।

पुलिस कमिश्‍नर ने बताया कि आज दोनों आरोपियों को पुलिस हिरासत के लिए कोर्ट में पेश किया जाएगा। ससून अस्पताल के सीसीटीवी का डीवीआर जब्त कर लिया गया है। डॉक्टरों को जालसाजी और सबूत मिटाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।

इन डॉक्टरों के खिलाफ आईपीसी की धारा 120 बी, 467 और 201 दर्ज किया गया है। नाबालिग आरोपी का पिता सीधे डॉक्टर अजय तावरे के संपर्क में था। क्राइम ब्रांच उस शख्स की तलाश कर रही है, जिसके साथ ब्लड सैंपल बदला गया था। क्राइम ब्रांच आज ड्राइवर अपहरण मामले में किशोर आरोपी के पिता को हिरासत में लेने की प्रक्रिया में है, जो फिलहाल न्यायिक हिरासत में है।

बता दें कि 19 मई को नाबालिग द्वारा चलाई जा रही तेज रफ्तार पोर्श की चपेट में आने से दो आईटी पेशेवरों की मौत हो गई थी। किशोर को शुरू में किशोर न्याय बोर्ड ने जमानत दे दी थी, जिसने उसे सड़क दुर्घटनाओं पर एक निबंध लिखने के लिए भी कहा था, लेकिन पुलिस की ओर से कोर्ट के नरम व्यवहार के खिलाफ अर्जी और समीक्षा आवेदन के बाद, उसे 5 जून तक एक बाल सुधार गृह में भेज दिया गया।

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