राहुल के आरक्षण वाले बयान पर चिराग पासवान ने किया पलटवार! कहा- आरक्षण को खत्म करना तो दूर, सोचना भी अपराध है
नई दिल्ली। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी द्वारा आरक्षण को लेकर अमेरिका की एक यूनिवर्सिटी में आरक्षण पर दिए गए बयान को लेकर राजनीति तेज हो गई है। केंद्रीय मंत्री और एलजेपीआर के अध्यक्ष चिराग पासवान ने कहा कि आरक्षण को खत्म करना तो दूर, सोचना भी अपराध है। चिराग पासवान ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर राहुल गांधी पर हमला बोला है।
उन्होंने कहा कि आज राहुल गांधी के बयान से कांग्रेस पार्टी की मानसिकता का पर्दाफाश हुआ है। कांग्रेस चाहती है और उनकी प्राथमिकताओं में यह रहा है कि बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर जी द्वारा दिए गए आरक्षण को समाप्त कर दिया जाए। संवैधानिक व्यवस्था को सुचारू रूप से जारी रखने के लिए आरक्षण जरूरी है। ऐसे में आरक्षण को समाप्त करना तो दूर, कोई उस प्रावधान से छेड़छाड़ करने की भी नहीं सोच सकता। मैं विश्वास दिलाता हूं कि जबतक मैं और मेरी पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) है तब तक न तो आरक्षण को कोई खतरा है और न ही संविधान को। कांग्रेसी मानसिकता वाले लोग जनता को गुमराह करने के लिए ऐसे बयानों का इस्तेमाल करते आए हैं। आरक्षण का मुद्दा कांग्रेस का चुनावी जुमला है, जिससे हम सबको सावधान रहने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि केंद्र में लंबे अरसे तक सत्ता में रहने के बावजूद कांग्रेस ना तो जातीय जनगणना करा पाई और ना ही ओबीसी आरक्षण को ही लागू कर पाई। इससे स्पष्ट है कि कांग्रेस की सोच शुरू से आरक्षण विरोधी रही है। आरक्षण समाप्त करने की साजिश का दोषारोपण ये दूसरों पर करते हैं जबकि हकीकत यह है कि ये मानसिकता इन लोगों की ही है। दोनों गठबंधनों में कितना फर्क है कि एक ओर नेता प्रतिपक्ष आरक्षण समाप्त करने की सोच रखते हैं तो दूसरी तरफ एनडीए के नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आरक्षण के सभी प्रावधान को वैसे ही लागू रखने के लिए कृतसंकल्प हैं।