अमेठी से राहुल को उतारने पर चल रहा मंथन, जानें क्या हो सकता है
नई दिल्ली। राहुल गांधी अपनी पारंपरिक सीट अमेठी से चुनाव लड़ सकते है। ऐसे में अब राहुल को दोतरफा चुनौती का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि, राहुल ने वायनाड से पर्चा दाखिल कर दिया है। अब राहुल गांधी अमेठी से भी नामांकन दाखिल कर सकते हैं। दिल्ली में आज कांग्रेस की आला कमेठी ने विचार-विमर्श किया और इस पर जल्द फैसला आ सकता है कि राहुल अमेठी से मौजूदा विधायक स्मृति को कड़ी टक्कर देने मैदान में आ सकते हैं।
अमेठी की जनता राहुल को देना चाहती है मौका
अमेठी से 2004 में सोनिया के बाद राहुल गांधी ने यहां से भारी मतों से जीत दर्ज की थी लेकिन 2019 में भाजपा उम्मीदवार स्मृति से हार का सामना करना पड़ा। यहां की जनता का कहना है कि भाजपा सांसद स्मृति अपने लोकसभा क्षेत्र में बहुत कमी से नजर आती हैं कभी-कभार रोड या भवन के उद्घाटन के दौरान ही यहां पर आती हैं। लोगों की राय को समझते हुए कहा जा सकता है कि यहां से भाजपा उम्मीदवार का पत्ता साफ हो सकता है।
केरल के वायनाड से मौजूदा सांसद राहुल गांधी इस सीट से 2004 से दर्ज करते आ रहे थे लेकिन 2019 में यहां से स्मृति ईरानी ने 26.87% शेयर हासिल किया था और राहुल को 23.71% वोट के साथ हार का मुंह देखना पड़ा था। ऐसे मे पिछले चुनावी समीकरण और यहां के लोगों की स्मृति ईरानी के प्रति नाराजगी की वजह से इस बार के चुनाव में बड़ा बदलाव देखने के लिए सकता है।