सुप्रीम कोर्ट से सद्गुरु के ईशा फाउंडेशन को बड़ी राहत, दो महिलाओं को कथित बंधक मामले में बंद की गई कार्रवाई

Update: 2024-10-18 07:19 GMT

नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट से सद्गुरु के ईशा फाउंडेशन को बड़ी राहत मिली है। कोर्ट ने दो महिलाओं को कथित तौर पर बंधक बनाने के मामले में ईशा फाउंडेशन के खिलाफ हाईकोर्ट में चल रही कार्रवाई बंद करने का फैसला किया है।

सर्वोच्च न्यायालय ने एक पिता द्वारा दायर बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका का निपटारा कर दिया जिसमें आरोप लगाया गया था कि उसकी दो बेटियों को ईशा योग केंद्र में बंधक बनाकर रखा गया है और उनका ब्रेनवॉश किया जा रहा है।

सर्वोच्च न्यायालय ने 39 वर्ष और 42 वर्ष की दो बेटियों के बयानों को ध्यान में रखा, जो बालिग हैं और स्वेच्छा से आश्रम में रह रही हैं, आश्रम से बाहर जाने के लिए स्वतंत्र हैं, आदि और कहा कि बंदी प्रत्यक्षीकरण में किसी और निर्देश की आवश्यकता नहीं है, और इसे बंद कर दिया जाना चाहिए।

सर्वोच्च न्यायालय ने कहा कि यह स्पष्ट किया जाता है कि बंदी प्रत्यक्षीकरण कार्यवाही बंद होने से ईशा योग केंद्र को पूरा करने वाले किसी भी अन्य विनियामक अनुपालन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।

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