सावधान! देशभर में दिखने लगा है जलवायु परिवर्तन का असर, जाने क्यों टूट रहा है हर मौसम का रिकॉर्ड
नई दिल्ली। देशभर में जलवायु परिवर्तन का असर दिखने लगा है। इसकी वजह से कहीं गर्मी तो कहीं बारिश का तांडव दिखने लगा है। इस गर्मी में भारत में तापमान के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। भारत का तापमान लगभग 50 डिग्री के पार पहुंच चुका है। इस बीच, यूरोपीय संघ (ईयू) की जलवायु एजेंसी कोपरनिकस क्लाइमेट चेंज सर्विस (सी3एस) ने बताया कि पिछले महीने पांच महाद्वीपों में लाखों लोगों को चिलचिलाती गर्मी का सामना करना पड़ा। साथ ही यह भी बताया कि जून अब तक का सबसे गर्म महीना था।
पिछले 12 महीने सबसे गर्म
नए आंकड़ों के मुताबिक, जून 2024 अब तक का सबसे गर्म महीना रहा जिसमें सतह का औसत तापमान 16.66 डिग्री सेल्सियस रहा। जो 1991-2020 के औसत तापमान से 0.67 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा और जून 2023 में दर्ज पिछले उच्चतम तापमान से 0.14 डिग्री सेल्सियस अधिक है। यूरोपीय जलवायु एजेंसी ने कहा कि पिछले 12 महीनों (जुलाई 2023-जून 2024) के लिए वैश्विक औसत तापमान रिकॉर्ड पर सबसे अधिक है, जो 1991-2020 के औसत से 0.76 डिग्री सेल्सियस अधिक और 1850-1900 के पूर्व-औद्योगिक औसत से 1.64 डिग्री सेल्सियस अधिक है।
क्लाइमेट सेंट्रल के विश्लेषण के अनुसार, दुनिया की 60% से अधिक आबादी ने 16-24 जून के दौरान अत्यधिक गर्मी का सामना किया, जो जलवायु परिवर्तन के कारण कम से कम तीन गुना अधिक था। भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, उत्तर-पश्चिम भारत में 1901 के बाद से जून सबसे गर्म दर्ज किया गया।