अरविंदर सिंह लवली का इस्तीफा, अब दिल्ली में कैसे चुनाव लड़ेगी कांग्रेस
नई दिल्ली। अरविंदर सिंह लवली ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपना इस्तीफा मल्लिका अर्जुन खड़गे को चिट्ठी लिखकर भेजा है। दरअसल कन्हैया कुमार और उदित राज जैसे बाहरी उम्मीदवारों को टिकट देने से अरविंदर सिंह लवली कई दिनों से नाराज चल रहे थे। वह कांग्रेस के पार्टी कार्यालय में भी नहीं आ रहे थे। खुद अरविंदर सिंह लवली को भी हाई कमान ने टिकट नहीं दिया था।
वहीं आम आदमी पार्टी से गठबंधन को लेकर भी लवली नाराज चल रहे थे। आज उनकी नाराजगी इस्तीफा के रूप में सामने आई। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उत्तर पूर्वी दिल्ली में हंगामा भी काटा। इस दौरान कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता संदीप दीक्षित ने कहा कि आम आदमी पार्टी से कांग्रेस का अंतर विरोध रहा है। कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का कभी आप पार्टी से के कार्यकर्ताओं से दोस्ती नहीं रही है। कांग्रेस के प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि हाई कमान ने बाहरी उम्मीदवार कन्हैया कुमार और उदित राज को टिकट देकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं की अनदेखी की है। इन दोनों को टिकट देने से पार्टी के कार्यकर्ता काफी नाराज चल रहे हैं।
ऐसे में यह सवाल उठता है कि जब प्रदेश अध्यक्ष ने इस्तीफा दे दिया तो कांग्रेस दिल्ली में किस तरह से चुनाव लड़ पाएगी। अध्यक्ष के इस्तीफा का खास असर पार्टी के कार्यकर्ताओं पर पड़ेगा। बता दें कि कन्हैया कुमार 2019 के चुनाव में बेगूसराय से हार गए थे। इस बीच अरविंद सिंह लवली ने कहा कि 'दिल्ली कांग्रेस इकाई उस पार्टी के साथ गठबंधन के खिलाफ थी, जो कांग्रेस पार्टी के खिलाफ झूठे, मनगढ़ंत और दुर्भावनापूर्ण भ्रष्टाचार के आरोप लगाने के एकमात्र आधार पर बनी थी। इसके बावजूद, पार्टी ने दिल्ली में AAP के साथ गठबंधन करने का फैसला किया।'