अमित शाह ने वामपंथी उग्रवाद प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ की बैठक, नक्सलवादियों से की अपील- हथियार छोड़कर मुख्यधारा में आएं
नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज यानी सोमवार को वामपंथी उग्रवाद प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की। इस दौरान अमित शाह ने राज्यों के हालातों की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि हिंसा की घटनाएं 16,463 से घटकर 7700 हो गई हैं और अगले साल तक यह संख्या और कम हो जाएगी।
उन्होंने कहा कि नागरिकों और सुरक्षा बलों की मौतों में 70% की कमी आई है। हिंसा की रिपोर्ट करने वाले जिलों की संख्या 96 से घटकर 42 हो गई है। हिंसा की रिपोर्ट करने वाले पुलिस स्टेशनों की संख्या 465 से घटकर 171 हो गई है, जिनमें से 50 पुलिस स्टेशन नए हैं यानी केवल 120 पुलिस स्टेशन हिंसा की रिपोर्ट कर रहे हैं। यह केंद्र और राज्यों के संयुक्त प्रयासों का परिणाम है।
अमित शाह ने आगे कहा कि सुरक्षा संबंधी व्यय (एसआरई) योजना के तहत 2004-2014 तक इस योजना पर 1180 करोड़ रुपये खर्च किए गए, जबकि 2014-2024 तक हमने 3,006 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। विशेष केंद्रीय सहायता योजना के तहत हमने पिछले दस सालों में 3590 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। पिछले 10 सालों में 544 किलेबंद पुलिस स्टेशन बनाए गए हैं। पहले सड़क नेटवर्क 2,090 किलोमीटर था, पिछले 10 सालों में सड़क नेटवर्क को बढ़ाकर 11,500 किलोमीटर किया गया है। पिछले 10 सालों में 15,300 मोबाइल टावर लगाए गए हैं और उनमें से 5139 टावरों को 4जी कनेक्शन दिए गए हैं। वहीं अमित शाह ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री, गृह मंत्री, डीजीपी और पूरी टीम को बधाई दिया और कहा कि जनवरी से अब तक 194 नक्सली मारे गए हैं, 801 नक्सली गिरफ्तार हुए हैं और 742 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। मैं नक्सलवाद से जुड़े सभी युवाओं से अपील करता हूं कि वे हथियार छोड़कर मुख्यधारा में आएं।