अखिलेश यादव ने संभल पर सदन में बहस की उठाई मांग, कहा- हमारी पार्टी ने पहले दिन से किया था आग्रह
दिल्ली। यूपी के संभल में शाही जमा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई हिंसा और उसके बाद चार लोगों की मौत का मामला हाल ही में सुर्खियों में आया है। यह हिंसा 30 नवंबर 2024 को हुई, जब जिला प्रशासन द्वारा शाही जमा मस्जिद का सर्वे किया जा रहा था। इस सर्वे को लेकर स्थानीय समुदाय के बीच तनाव था, जिससे हिंसा भड़क गई। मस्जिद का सर्वे हिंदू धार्मिक स्थल होने की दावे के साथ किया जा रहा था, जिसे लेकर कई लोग विरोध कर रहे थे। इस घटना के बाद राजनीतिक प्रतिक्रियाएं तेज हो गई हैं। विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने इस घटना पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। कुछ नेताओं ने इसे सांप्रदायिक घृणा फैलाने की कोशिश बताया, जबकि अन्य ने इसे प्रशासन की ओर से संवेदनशीलता की कमी का परिणाम बताया।
ऐसे में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा-जिस दिन से सदन शुरू हुआ है उस दिन से हमारी पार्टी ने संभल पर चर्चा की मांग की है। हमारी मांग अभी भी वही है कि सदन में हम संभल को लेकर चर्चा हो। हम हमारी बात रखना चाहते हैं। अधिकारी मनमानी कर रहे हैं और वहां की सरकार के इशारे पर ये मनमानी की जा रही है।प्रशासन का इस तरह का व्यवहार कभी देखने को नहीं मिला। कम से कम वहां पर जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई हो। जो लोग जगह-जगह सर्वे करना चाहते हैं वो देश का सौहार्द भी खो देंगे। यह सोची-समझी रणनीति है जिसके तहत भाजपा जगह-जगह पर इस तरह का काम कर रही है।