सूरत के बाद अब इंदौर से कांग्रेस उम्मीदवार हुए भाजपा में शामिल, जानिए क्या बनी वजह

Update: 2024-04-29 09:04 GMT

भोपाल। समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, कांग्रेस के लिए एक और झटका लगा है। इंदौर से कांग्रेस उम्मीदवार अक्षय कांति बम ने लोकसभा चुनाव से पहले सोमवार को इंदौर से अपना नामांकन वापस ले लिया। 2019 में इस सीट से कांग्रेस ने पंकज सिंघवी को टिकट दिया था और उन्हें 22.16% मिले थे और यहां से शंकर लालवानी ने जीत दर्ज की थी। अब यहां से कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी बदलते हुए अक्षय कांति बम को टिकट दिया था लेकिन उन्होंने बीच में चुनाव से पहले ही पार्टी से इस्तीफा दे दिया है और भाजपा ज्वाइन कर ली। वहीं इससे पहले सूरत से भी कांग्रेस के उम्मीदवार ने अपना नामांकन वापिस ले लिया था जिसके बाद वहां से बीजेपी के मुकेश दलाल ने निर्विरोध जीत दर्ज की थी।

कांग्रेस ने बाम को इंदौर लोकसभा सीट से मौजूदा भाजपा सांसद शंकर लालवानी के खिलाफ मैदान में उतारा था, जहां चौथे चरण में 13 मई को मतदान होगा।

बम के हटने के तुरंत बाद, वरिष्ठ भाजपा नेता और इंदौर के विधायक कैलाश विजयवर्गीय ने पार्टी में शामिल होने के लिए उनका स्वागत किया। उन्होंने एक्स पर लिखा कि हम पीएम नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और मुख्यमंत्री मोहन यादव और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के नेतृत्व में इंदौर से कांग्रेस के लोकसभा उम्मीदवार अक्षय कांति बम जी का भाजपा में स्वागत करते हैं।

ट्विटर पर उनके साथ कार में एक तस्वीर भी शेयर की। हालांकि, बम ने कांग्रेस से वादा किया था कि वह अंत तक पार्टी को साथ देंगे लेकिन उन्होंने ऐन मौके पर पार्टी से इस्तीफा दे दिया। माना जा रहा है कि बम को लग रहा था कि वह यहां से जीत दर्ज नहीं कर सकते हैं क्योंकि इंदौर पर भाजपा का राज रहा है और मुख्यमंत्री भी यही से हैे ऐसे में अगर वह यहां से कांग्रेस के टिकट पर लड़ते हैं तो उन्हें हार का मुंह देखना पड़ सकता है। बता दें कि 7 मई को भिंड, भोपाल, गुना, ग्वालियर, मुरेना, राजगढ़, सागर और विदिशा समेत आठ सीटों पर मतदान होगा।

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