संभल में बिजली चोरी के खिलाफ कार्रवाई तेज, बंद मंदिर को फिर से खोला गया
संभल। जिले में प्रशासन ने बिजली चोरी और अतिक्रमण के खिलाफ अभियान तेज कर दिया है। संभल के डीएम राजेंद्र पेंसिया ने जानकारी दी कि पिछले तीन महीनों में 1250 से अधिक एफआईआर दर्ज की गई हैं और 5 करोड़ रुपये से अधिक का जुर्माना लगाया गया है। उन्होंने बताया कि ऐसे इलाकों में भी कार्रवाई की गई जहां अधिकारियों को अकेले जाने में डर लगता था। सुबह 5 बजे छापेमारी कर लगभग 200-250 घरों में बिजली चोरी पकड़ी गई।
उन्होंने कहा कि हमने मस्जिद की छत पर से भी बिजली चोरी पकड़ी है। अतिक्रमण हटाने का अभियान जारी है, लोगों को चेतावनी और सूचना दी गई है।
संभल के एसपी केके बिश्नोई ने बताया कि कई जगहों पर बिजली के मीटर काम नहीं कर रहे थे लेकिन घरों में बिजली चल रही थी। बिजली विभाग की मदद से इन जगहों की जांच कर बिजली आपूर्ति बंद की जा रही है। जिले के करीब 70% इलाकों में बिजली लाइन लॉस की समस्या है। उन्होंने कहा कि बिजली विभाग के कर्मचारी जांच करने से डरते थे क्योंकि अक्सर निरीक्षण के दौरान उनके साथ मारपीट होती थी।
मंदिर को 45 साल बाद फिर से खोला गया
संभल में एक मंदिर को 45 साल बाद फिर से खोला गया है। नगर हिंदू सभा के संरक्षक विष्णु शरण रस्तोगी ने दावा किया कि मंदिर 1978 से बंद था। एसडीएम वंदना मिश्रा ने बताया कि बिजली चोरी के खिलाफ कार्रवाई के दौरान यह मंदिर मिला। इलाके के लोगों ने बताया कि मंदिर पर मकान बनाकर अतिक्रमण कर लिया गया था।
उन्होंने कहा कि मंदिर को साफ किया गया है और अतिक्रमण हटाया जाएगा। भगवान शिव और हनुमान की मूर्तियां मंदिर में मौजूद हैं। इस दौरान मंदिर के पास एक प्राचीन कुएं के बारे में भी जानकारी मिली है।
एडिशनल एसपी श्रीश चंद्र ने कहा कि मंदिर पर कब्जा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। पहले इस इलाके में हिंदू परिवार रहते थे, जो किसी कारणवश यहां से चले गए थे।