आम आदमी पार्टी की मंत्री आतिशी ने कहा- मोदी सरकार के बजट में दिल्ली की जनता को कुछ नहीं मिला

Update: 2024-07-23 11:50 GMT

नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला केंद्रीय बजट आज पेश की है। इसपर आम आदमी पार्टी की मंत्री आतिशी ने कहा कि केंद्रीय बजट में एक बार फिर दिल्लीवालों को धोखा मिला है। केंद्र सरकार ने दिल्ली से सौतेला व्यवहार किया है। मोदी सरकार के बजट में दिल्ली की जनता को कुछ नहीं मिला है।

दिल्ली के लोगों की केंद्र सरकार से मांग थी कि उनके द्वारा Tax के रूप में दिए जाने वाले पैसे का 5% हिस्सा उन्हें मिलना चाहिए लेकिन केंद्र सरकार ने दिल्लीवालों की मांग पूरी नहीं की है।

Share in Central Taxes में दिल्ली को 2024-25 के बजट में दिल्ली को एक भी रुपया नहीं मिला है। केंद्र सरकार local bodies को आर्थिक सहायता देती है उसी तरह दिल्ली के लोग भी अपने tax का 5% हिस्सा MCD को देने की मांग कर रहे थे लेकिन केंद्र सरकार ने एक रुपया भी नहीं दिया है।

आतिशी ने कहा कि इस 2024-25 के बजट में 1 लाख 24 हजार करोड़ रुपए देश के विभिन्न राज्यों को दिए गए हैं लेकिन दिल्ली वालों को इसमें से एक रुपया भी नहीं मिला है। दिल्ली ने केंद्र सरकार को पिछले साल 2 लाख 7 हजार करोड़ रुपए Income Tax और 25 हजार करोड़ रुपए CGST के रूप में दिये। यानी कुल मिलाकर 2 लाख 32 हजार करोड़ के Taxes दिल्ली के लोगों ने केंद्र सरकार को दिए लेकिन इसके बावजूद दिल्ली को इस बजट में कुछ नहीं दिया गया है।

आतिशी ने कहा कि पिछले 11 वर्षों में बीजेपी की केंद्र सरकार ने दिल्ली के लिए कुछ नहीं किया है। दिल्ली के लोग हर वर्ष केजरीवाल की सरकार को 40 हजार करोड़ का Tax देते हैं। इस 40 हजार करोड़ के tax से केजरीवाल सरकार दिल्लीवालों को बेहतरीन सरकारी स्कूल, मोहल्ला क्लीनिक, 24 घंटे मुफ्त बिजली और महिलाओं को मुफ्त बस यात्रा समेत कई सुविधाएं देती है।

आतिशी ने कहा कि युवाओं को रोजगार देने के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया है। महंगाई कम करने के लिए कोई योजना नहीं है। वहीं सेना में अग्निवीर योजना की तरह ही अब ये लोग इंटर्नशिप योजना लेकर आए हैं। जैसे अंग्रेजों की सरकार भारत के लोगों का पैसा लूटकर ले जाती थी, वैसे ही BJP की केंद्र सरकार दिल्ली के लोगों का पैसा लूटकर ले जा रही है। केंद्र सरकार ने Health sector का बजट घटा दिया है। पिछले साल 1.98% स्वास्थ्य के लिए था। वहीं इस बार ये घटकर 1.85% हो गया है।

वहीं आयुष्मान भारत का कुल बजट ही मात्र 7 हजार करोड़ है, जबकि दिल्ली जैसे छोटे राज्य का ही Health बजट 9 हजार करोड़ रुपए है। इन आंकड़ों से साफ़ दिखता है कि केंद्र सरकार का देश और जनता के लिए काम करने का कोई इरादा नहीं है।

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