केरल के वायनाड तबाही में अब तक 106 लोगों की मौत, बचाव अभियान में देश की तीनों सेनाएं शामिल
वायनाड। केरल के वायनाड तबाही में अब तक 106 लोगों की मौत हो गई है और हर गुजरते घंटे के साथ लगातार संख्या बढ़ती जा रही है। वहां मलबा ही मलबा नजर आ रहा है। जिसकी वजह से वहां पर बचाव राहत सेना के जवानों की तैनाती करनी पड़ी है। केरल सरकार ने इस त्रासदी के बाद दो दिन के शोक की घोषणा की है। मलबे में कई लोग अब भी दबे हैं। उनकी तलाश के लिए ड्रोन और खोजी डॉग स्क्वॉड की मदद भी ली जा रही है। इस बचाव की मुहिम में देश की तीनों सेनाएं शामिल हैं। भारतीय वायुसेना ने राज्य सरकार और एनडीआरएफ अधिकारियों की मदद के लिए वायनाड में बचाव और राहत कार्यों के लिए एक MI-17 और ALH ध्रुव हेलिकॉप्टर तैनात किए हैं। सेना और नौसेना के गोताखोर भी बचाव के काम में शामिल हैं।
जानकारी के मुताबिक राहत बचाव अभियान के लिए पहले से ही तैनात लगभग 225 कर्मियों की कुल क्षमता वाली चार टुकड़ियों के अलावा, लगभग 140 कर्मियों की क्षमता वाली दो और टुकड़ियां तिरुवनंतपुरम में स्टैंडबाय पर हैं, जिन्हें जरूरत पड़ने पर तुरंत हवाई मार्ग से भेजा जाएगा। सेना एचएडीआर प्रयासों के समन्वय के लिए कोझिकोड में एक कमांड-एंड-कंट्रोल सेंटर स्थापित कर रही है। प्रभावित क्षेत्र की हेलीकॉप्टर से जांच की जा रही है। सेना द्वारा अभियान में ब्रिजिंग संसाधन शामिल किए जा रहे हैं।
केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कहा कि केरल बैंक ने पहले ही CMDRF में 50 लाख रुपये का योगदान दिया है। कोचीन इंटरनेशनल एयरपोर्ट (CIAL)* ने 2 करोड़ रुपये देने का वादा किया है और तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन ने 5 करोड़ रुपये की सहायता देने का वादा किया है। राज्य ने दो दिनों का आधिकारिक शोक घोषित किया है। सार्वजनिक कार्यक्रम और समारोह स्थगित कर दिए गए हैं। हम अनुरोध करते हैं कि शोक अवधि के दौरान राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका दिया जाए।