Tariff: अमेरिका में सबसे बड़ा विरोध! ट्रंप के खिलाफ 50 राज्यों में 1400 रैलियां निकाली गईं, जानें पूरा मामला
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के विरोध में लाखों प्रदर्शनकारी सड़क पर उतरे;

नई दिल्ली। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ फैसले को लेकर अमेरिका में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया गया। जिसमें लाखों लोग सड़क पर उतरे और “ट्रंप-मस्क गो बैक” के नारे लगाए। इस दौरान 50 राज्यों में 1400 से ज्यादा रेलियां निकाली गईं।
क्या है Hands Off प्रोटेस्ट?
अमेरिकी नागरिकों ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और टेस्ला के सीईओ एलन मस्क के फैसलों का विरोध करने के लिए Hands Off प्रोटेस्ट का आयोजन किया। इसमें ‘Indivisible’, ‘Move On’ और ‘Women’s March’ जैसे कई समूह शामिल थे। Hands Off प्रोटेस्ट के जरिए प्रदर्शनकारियों ने अपने अधिकारों से दूर रहने का संदेश दिया। उनका मानना था कि उनके अधिकारों पर किसी का नियंत्रण नहीं होना चाहिए।
लोगों ने स्टेचू ऑफ लिबर्टी के अवतार में मुंह पर पट्टी बांधकर प्रोटेस्ट किया। साथ ही “ट्रंप-मस्क गो बैक” के नारे लगाए। 2017 के महिला मार्च और 2020 के ब्लैक लीव्स मैटर आंदोलन के बाद यह ट्रंप के खिलाफ सबसे बड़ा प्रोटेस्ट माना जा रहा है। लोगों ने ट्रंप पर देश को बर्बाद करने के आरोप लगाए।
क्या है वजह?
प्रदर्शनकारियों ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ के खिलाफ यह प्रोटेस्ट किया। साथ ही लोगों ने सरकारी नौकरियों और सार्वजनिक सेवाओं की फंडिंग में कटौती पर भी नाराजगी जताई। उनका मानना है कि टैरिफ की वजह से अमेरिका में इलेक्ट्रॉनिक्स का सामान लगभग 100 फीसदी महंगा हो सकता है। अनुमान है कि इससे अमेरिका में विदेशी कंपनियों का सामान महंगा होगा जिसका असर मिडिल क्लास पर पड़ेगा। प्रदर्शनकारियों का मानना है कि टैरिफ की वजह से खाने-पीने का सामान, दवाइयां, इलेक्ट्रॉनिक्स, कपड़े और गाड़ियां जैसे सब सामान महंगे होंगे।