आकाश से 'मोह' का डोर माया ने तोड़ा! जानें क्यों दिखा दिया बाहर का रास्ता

Update: 2025-03-03 15:30 GMT

लखनऊ। बसपा प्रमुख मायावती ने आकाश आनंद को पार्टी के नेशनल कोऑर्डिनेटर समेत सभी पदों से हटाने के बाद अब पार्टी से भी निष्कासित कर दिया है। मायावती ने यह कदम पार्टी हित से अधिक अपने ससुर अशोक सिद्धार्थ के प्रभाव में रहने के कारण उठाया है।

बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि आकाश आनंद को कल आल इंडिया बैठक में सभी पदों से मुक्त किया गया था, जिसके बाद उन्हें आत्ममंथन करके परिपक्वता दिखानी चाहिए थी लेकिन उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया में स्वार्थ, अहंकार और गैर-मिशनरी सोच दिखाई, जो उनके ससुर के प्रभाव को दर्शाता है।

उन्होंने आगे कहा कि बसपा संस्थापक कांशीराम की अनुशासन परंपरा को बनाए रखने के लिए आकाश आनंद को उनके ससुर अशोक सिद्धार्थ की तरह पार्टी से निष्कासित किया जा रहा है।

इसपर आकाश आनंद ने कहा कि मैं मायावती जी के नेतृत्व में हमेशा बहुजन मूवमेंट के लिए समर्पित रहा हूं। उनके हर फैसले का सम्मान करता हूं। मैं मायावती का कैडर हूं और उनके नेतृत्व में मैने त्याग, निष्ठा और समर्पण के कभी ना भूलने वाले सबक सीखे हैं, ये सब मेरे लिए केवल एक विचार नहीं, बल्कि जीवन का उद्देश्य हैं। मायावती बहन का हर फैसला मेरे लिए पत्थर की लकीर के समान है। पार्टी से निष्कासन मेरे लिए भावनात्मक रूप से कठिन है लेकिन यह मेरी परीक्षा भी है।

उन्होंने विरोधियों को जवाब देते हुए कहा कि कुछ विरोधी दल के लोग ये सोच रहे हैं कि पार्टी के इस फैसले से मेरा राजनीतिक करियर समाप्त हो गया उन्हें समझना चाहिए "बहुजन मूवमेंट कोई राजनीतिक करियर नहीं, बल्कि दलितों, शोषितों और वंचितों के आत्म-सम्मान की लड़ाई है। इसे दबाया नहीं जा सकता।

अब देखने वाली बात यह होगी कि आकाश आनंद आगे क्या रणनीति अपनाते हैं और बसपा पर इस फैसले का क्या असर पड़ता है।

Tags:    

Similar News