पहलगाम हमले के दोषी आतंकवादियों के घर विस्फोट में तबाह, सुरक्षा बलों की कार्रवाई में मिले भारी मात्रा में विस्फोटक
घटना बिजबेहरा के गुरी गांव और पुलवामा के त्राल क्षेत्र में रात करीब 2 बजे हुई। सुरक्षा बलों ने आदिल हुसैन थोकर और आसिफ शेख नामक दो संदिग्धों के घरों की तलाशी शुरू की थी। तलाशी के दौरान जब सुरक्षाकर्मियों को घरों के अंदर बड़ी मात्रा में विस्फोटक पदार्थ मिले, तभी अचानक भीषण विस्फोट हुआ।;
जम्मू-कश्मीर के दक्षिणी हिस्से में शुक्रवार की सुबह एक बड़ी सुरक्षा घटना सामने आई है, जहां दो संदिग्ध आतंकवादियों के घरों में विस्फोट हो गया। सुरक्षा सूत्रों के अनुसार, यह घटना तब हुई जब सुरक्षा बलों ने लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े इन आतंकवादियों के घरों की तलाशी ले रहे थे।
घटना बिजबेहरा के गुरी गांव और पुलवामा के त्राल क्षेत्र में रात करीब 2 बजे हुई। सुरक्षा बलों ने आदिल हुसैन थोकर और आसिफ शेख नामक दो संदिग्धों के घरों की तलाशी शुरू की थी। तलाशी के दौरान जब सुरक्षाकर्मियों को घरों के अंदर बड़ी मात्रा में विस्फोटक पदार्थ मिले, तभी अचानक भीषण विस्फोट हुआ।
स्थानीय पुलिस अधिकारियों ने बताया कि विस्फोट से पहले ही आसपास के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया था, जिससे किसी जान-माल का नुकसान नहीं हुआ। हालांकि, विस्फोट की तीव्रता इतनी अधिक थी कि दोनों मकान पूरी तरह ध्वस्त हो गए।
आदिल हुसैन थोकर पर मंगलवार को हुए पहलगाम हमले का मुख्य आरोपी माना जा रहा है, जिसमें 26 निर्दोष पर्यटकों की जान चली गई थी। वहीं आसिफ शेख पर इस हमले की साजिश रचने का आरोप है। दोनों के परिवार वालों ने पुलिस को बताया है कि वे लंबे समय से घर से गायब हैं और उन्हें इनके बारे में कोई जानकारी नहीं है।
सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि ये विस्फोटक पदार्थ आतंकवादियों द्वारा भविष्य में किसी बड़े हमले के लिए जमा किए गए थे। इस घटना के बाद पूरे क्षेत्र में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं और आतंकवादियों की तलाश जारी है।
इस बीच, पहलगाम हमले में मारे गए पर्यटकों के परिजनों ने प्रशासन से मुआवजे और न्याय की मांग की है। राज्य सरकार ने प्रभावित परिवारों को तुरंत मदद देने का आश्वासन दिया है। सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि यह घटना दिखाती है कि आतंकवादी कैसे आम लोगों के घरों को अपने गंदे मकसद के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं।