उत्तराखंड में हिमस्खलन का कहर: 47 मजदूर सुरक्षित, 8 अब भी फंसे
चमोली। उत्तराखंड के पर्वतीय इलाकों में लगातार हो रही बर्फबारी से हालात कर्फ्यू जैसे हो गए हैं। कई मुख्य मार्गों पर बर्फ की मोटी परत जम गई है, जिससे यातायात ठप हो गया है और जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, पिथौरागढ़, बागेश्वर सहित कई जिलों में बारिश और बर्फबारी का अलर्ट जारी किया गया है।
हिमस्खलन को लेकर अलर्ट जारी
उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़ और बागेश्वर में हिमस्खलन की चेतावनी जारी की गई है। चमोली जिले में सबसे ज्यादा खतरा हैं। बता दें, कि शुक्रवार को माणा में ग्लेशियर टूटने से बड़ा हिमस्खलन हुआ। जिससे बीआरओ के कैंप को क्षति पहुंची है। बद्रीनाथ धाम में सेना और आईटीबीपी लापता मजदूरों की तलाश में जुटी है। अब तक 47 मजदूरों को सुरक्षित निकाला गया, एक की हालत गंभीर है। अभी 8 मजदूर फंसे हुए है। बताया गया था कि यहां करीब 57 मजदूरों के होने की सूचना है।
आने वाले दिनों में कैसा रहेगा मौसम?
2, 3 और 4 मार्च को भी बारिश और बर्फबारी की संभावना है। 2500 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में हल्की से मध्यम बर्फबारी का अनुमान है। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने लोगों को ऊंचाई वाले इलाकों में न जाने की सलाह दी है।