दंपत्ति की दर्दनाक मौत: पहले पति, फिर पत्नी ने किया सुसाइड
-पति लोनी घर में तो पत्नी ने दिल्ली के जल विभाग के अहाते के खंबे से लटकी
-दोनों में किसी बात को लेकर विवाद हो गया था पत्नी नाराज होकर घर से चली गई थी
-लोनी बॉर्डर थाना क्षेत्र के जवाहर नगर कॉलोनी का मामला
आरती
गाजियाबाद। लोनी बॉर्डर थाना क्षेत्र के जवाहर नगर जी ब्लॉक में गुरुवार शाम घरेलू कलह के चलते एक दंपति ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पति विजय प्रताप चौहान (30) का शव घर के अंदर मिला, जबकि पत्नी शिवानी का शव दिल्ली के जल विभाग के परिसर के एक खंभे से लटका हुआ पाया गया। जानकारी के अनुसार, पति पत्नी के घर छोड़कर चले जाने से नाराज़ था। पति की मौत की खबर सुनकर पत्नी ने भी फांसी लगा ली।
मूल रूप से कासगंज निवासी थे दंपति
विजय प्रताप चौहान, जो कासगंज के विरड़ गड़िया गांव के निवासी थे, अपने परिवार के साथ जवाहर नगर कॉलोनी में किराए के मकान में रहते थे। वह एक फाइनेंस कंपनी में नौकरी करते थे। उनके साथ उनकी पत्नी शिवानी और एक साल की बेटी भी रहती थी। एसीपी अंकुर विहार भास्कर वर्मा ने बताया कि गुरुवार शाम पुलिस को सूचना मिली कि जवाहर नगर कॉलोनी में एक व्यक्ति ने फांसी लगा ली है। मौके पर पहुंचने पर पता चला कि विजय प्रताप चौहान ने घर के अंदर फंदा लगाया था। आसपास के लोगों ने शव को फंदे से उतारा और पुलिस को सूचना दी।
पत्नी के जाने के बाद लिया आत्मघाती कदम
पड़ोसियों ने बताया कि शाम करीब 4 बजे विजय और शिवानी के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ था। झगड़े के बाद शिवानी घर छोड़कर चली गई। इसके बाद विजय ने पड़ोस में रहने वाली मीरा को बुलाकर मामले की जानकारी दी। मीरा शिवानी को तलाश करने घर से बाहर गई। जब वह वापस लौटी, तो उसने विजय को फंदे से लटका पाया।
पत्नी ने भी की आत्महत्या
कुछ समय बाद दिल्ली के ज्योति नगर थाना प्रभारी ने लोनी बॉर्डर पुलिस को सूचना दी कि लोनी गोल चक्कर के पास जल विभाग के परिसर में एक महिला ने फांसी लगा ली है। जांच में महिला की पहचान शिवानी के रूप में हुई। पुलिस ने घटना की जानकारी दंपति के परिजनों को दी। एसीपी ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। फॉरेंसिक टीम को भी बुलाया गया है। दंपति के झगड़े के बाद उनकी एक साल की बेटी अनाथ हो गई। बच्ची फिलहाल पड़ोस में रहने वाले एक रिश्तेदार के पास है। स्थानीय लोगों ने बताया कि दंपति के बीच पहले कभी ऐसा झगड़ा नहीं हुआ था।
आत्महत्या से पहले फोन पर हुई बातचीत
जांच के दौरान पुलिस ने विजय प्रताप के फोन से पता लगाया कि उसने शिवानी को कॉल कर वापस आने को कहा था। लेकिन शिवानी के इंकार करने पर उसने धमकी दी कि यदि वह वापस नहीं आई, तो वह अपना चेहरा नहीं दिखाएगा। विजय ने फांसी लगाने से पहले अपनी मां से भी फोन पर बात की थी। उधर, पति की मौत की खबर सुनकर शिवानी ने भी आत्महत्या कर ली।